अजमेर : पांच दशकों से अजमेर के पटेल स्टेडियम में रावण दहन होता आ रहा है. हालांकि, इस बार भी रावण दहन पटेल स्टेडियम में ही होगा, लेकिन अब स्टेडियम रावण दहन को देखने आने वाले 15 से 20 हजार लोगों के अनुकूल नहीं होगा. हालात यह है कि अजमेर में रावण दहन के लिए अब कोई मैदान नहीं बचा है. केवल मसला रावण दहन का ही नहीं, बल्कि यहां सांस्कृतिक और सामाजिक कार्यक्रमों के लिए भी शहर के बीच कोई बड़ी जगह नहीं है. विकास की हौड़ में पटेल स्टेडियम का मूल स्वरूप और उद्देश्य ही आहिस्ते-आहिस्ते खत्म हो गया है.
पटेल स्टेडियम की स्थापना का उद्देश्य फुटबॉल समेत अन्य खेल कूद प्रतियोगिताओं के आयोजनों के साथ-साथ सांस्कृतिक धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों के लिए की गई थी. अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने पटेल स्टेडियम के उद्देश्य को ही खत्म कर दिया है. पटेल स्टेडियम तो विकसित हो गया है, लेकिन अब यह आमजन की पंहुच में नहीं है. स्टेडियम की जमीन पर एक ओर नगर निगम ने तीन मंजिला कॉम्प्लेक्स बनाकर उसमें दुकाने बना दी है.
वहीं, मैदान में एथलीट के लिए सिंथेटिक ट्रेक बनाए गए हैं. साथ ही मैदान के बीच घास उगाई गई है. वहीं, पैवेलियन को प्लास्टिक से ढका गया है. हालांकि, देखने में स्टेडियम पहले से अधिक सुंदर नजर आता है, लेकिन स्टेडियम की स्थापना का उद्देश्य अब विकास की भेंट चढ़ गया है. सिंथेटिक ट्रैक की सुरक्षा के लिए फेंसिंग भी की गई. ऐसे में अब पटेल स्टेडियम रावण दहन और नवरात्रा के डांडिया के लिए अनुकूल नहीं रहा.
आजादी के 20 साल बाद तक यहां होता था रावण दहन : आजादी के 20 साल बाद तक उसरी गेट के समीप रावण चौक पर रावण दहन होता था. आबादी बढ़ने के साथ ही रावण दहन का स्थान परिवर्तन कर पटेल स्टेडियम किया गया था. यहां स्टेडियम की क्षमता 30000 के लगभग है. बड़ी सियासी रैलियां भी यहां आयोजित होती आ रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा भी पटेल स्टेडियम में हो चुकी है.
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रावण दहन को लेकर नगर निगम स्थान चिन्हित करने के लिए 20 दिन से माथापच्ची कर रहा था. रेलवे के खेल मैदान, डीएवी स्कूल का खेल मैदान तक देखा गया, लेकिन वहां से स्वीकृति नहीं मिली. इसके बाद निगम को अपने ही पटेल स्टेडियम में लौटना पड़ा. इसलिए नगर निगम ने इस बार पटेल स्टेडियम में रावण दहन का निर्णय लिया है, लेकिन स्टेडियम में रावण दहन का स्थान परिवर्तन कर दिया गया है. स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स के पीछे की वजह है. रावण दहन नगर निगम की दुकानों के पीछे होगा. खास बात यह है कि रावण दहन के बाद आतिशबाजी नहीं होगी. नगर निगम आतिशबाजी की रिस्क नहीं लेना चाहता है. फिलहाल रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले बनने शुरू हो गए हैं.
अजमेर की मेयर ब्रजलता हाड़ा ने बताया कि रावण दहन पटेल स्टेडियम में ही होगा. स्टेडियम में रावण दहन के लिए स्थान परिवर्तित किया गया है. उन्होंने बताया कि स्टेडियम में फेंसिंग के पास बैरिकेडिंग बनाई जाएगी, ताकि कोई स्टेडियम के बीच सिंथेटिक ट्रैक पर न जा सके. लोगों के बैठने के लिए स्टेडियम की सीढ़ियां और पवेलियन होगा. मेयर ने कहा कि आतिशबाजी से स्टेडियम में नुकसान की आशंका है. लिहाजा इस बार आतिशबाजी नहीं होगी. आगे उन्होंने कहा कि नवरात्रा में फिलहाल डांडिया के आयोजन के लिए स्थान चिन्हित नहीं हुआ है.