रतलाम: नामली तहसील में एक नया विवाद सामने आया है. यहां नामांतरण प्रकरण में कोर्ट का स्टे मिलने के बाद भी नामांतरण आदेश जारी कर दिया गया. इसके साथ ही राजस्व पोर्टल पर रातोंरात नामांतरण अपडेट कर दिया गया. बता दें कि इस घटनाक्रम के 15 दिन पहले ही तहसील का बाबू रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया था. आरोप है कि भू-माफिया ने 90 वर्षीय बुजुर्ग को बहला फुसलाकर जमीन की पहले फर्जी रजिस्ट्री करवा ली और फिर इसके बाद नामांतरण भी करवा लिया जबकि नामांतरण रोकने के लिए कोर्ट ने स्टे ऑर्डर दिया था. जिसकी शिकायत पीड़ित पक्ष ने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से की है.
कोर्ट से स्टे के बावजूद नामांतरण
पीड़ित पक्ष के सदस्य ईश्वरलाल ने बताया कि "मेरे पिताजी की 8 संताने हैं. जिनके नाम पूर्व में ही जमीन का बटंवारा कर दिया गया था. लेकिन हमारे पारिवारिक विवाद का फायदा उठाकर भू-मफिया ने मेरे 90 वर्षीय पिता को बहला फुसलाकर औने-पौने दाम में जमीन की फर्जी रजिस्ट्री करवा ली. हमारे द्वारा न्यायालय में प्रकरण लगाकर स्थगन लिया गया लेकिन नामली तहसील में नामांतरण पर कोर्ट की रोक के बावजूद भू-माफिया के पक्ष में रातों-रात नामांतरण कर दिया गया. इसके बाद अब उन्हें आदेश की प्रति भी नहीं दी जा रही है." पीड़ित पक्ष ने नामली तहसील परिसर में आमरण अनशन पर बैठने की चेतावनी प्रशासन को दी है.
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'आवेदन आने पर होगी मामले की जांच'
इस मामले में नायब तहसीलदार अश्विनी गोहिया का कहना है कि "इस मामले में तहसील न्यायालय द्वारा नियमानुसार कार्रवाई की गई है. एक पक्ष द्वारा जनसुनवाई में शिकायत की गई है. आवेदन हमारे पास आने पर जांच की जाएगी."
बता दें कि इससे पहले नामली तहसील के ही पंचेड़ गांव में भूमाफिया की गैंग द्वारा विवादित संपत्तियों की रजिस्ट्री करवाकर जमीन के रुपये हड़पने का मामला सामने आया था. जिसमें नामली थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर भू माफिया के खिलाफ कार्रवाई भी की गई थी और रजिस्ट्रियां शून्य करने की कार्यवाही प्रशासन ने की थी.