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रतलाम में अवैध मदरसे को दी गई क्लीन चिट, NCPCR के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो का आरोप - Ratlam Madrasa investigation

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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Aug 6, 2024, 6:04 PM IST

रतलाम में मदरसों की जांच के मामले में सवाल खड़े किए गए हैं, जिसमें प्रशासनिक अधिकारियों पर अवैध रूप से संचालित मदरसे को क्लीन चिट देने का आरोप लगाया गया है.

RATLAM MADRASA INVESTIGATION
अवैध मदरसे को क्लीन चिट देने का आरोप (ETV Bharat)

रतलाम: रतलाम में मदरसों की जांच के मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार एवं संरक्षण आयोग (NCPCR) के अध्यक्ष का एक्स पर एक पोस्ट सामने आया है. जिसमें रतलाम अपर कलेक्टर शालिनी श्रीवास्तव की कार्य प्रणाली को लेकर सवाल खड़े किए हैं. बाल आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर अपने पोस्ट में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा अवैध रूप से संचालित मदरसे को क्लीन चिट देने का आरोप लगाया है.

मदरसे की जांच में ऐसे किया गया दावा

मध्य प्रदेश बाल आयोग की सदस्य डॉ. निवेदिता शर्मा ने बीते दिनों खाचरोद रोड स्थित दारुल उलूम मदरसे का निरीक्षण किया था. जिसमें उन्होंने कहा था कि बिना अनुमति के चल रहे मदरसे में नाबालिग बालिकाओं को असुविधाजनक स्थिति में रखा गया है. बताया जा रहा है कि इसकी जानकारी जिला प्रशासन को भी दी गई थी. इसके बाद रतलाम एडीएम शालिनी श्रीवास्तव भी मदरसे का निरीक्षण करने पहुंची थी. जिसमें उन्होंने मदरसे में कोई गंभीर अनियमितता नहीं पाए जाने की बात कही.

मदरसों की जांच के मामले में खड़े किए सवाल (ETV Bharat)

ये भी पढ़ें:

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मदरसे की जांच पर खड़े किए सवाल

इस मामले पर राष्ट्रीय बाल आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट में जिला प्रशासन और मदरसे का निरीक्षण करने वाली अपर कलेक्टर की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं. वहीं, इसको लेकर रतलाम कलेक्टर राजेश बाथम ने कहा कि "राज्य बाल आयोग की सदस्य के द्वारा निरीक्षण की कोई रिपोर्ट जिला प्रशासन को प्राप्त नहीं हुई है. शहर के अन्य मदरसों पर निरीक्षण एवं जांच रिपोर्ट के आधार पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी."

रतलाम: रतलाम में मदरसों की जांच के मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार एवं संरक्षण आयोग (NCPCR) के अध्यक्ष का एक्स पर एक पोस्ट सामने आया है. जिसमें रतलाम अपर कलेक्टर शालिनी श्रीवास्तव की कार्य प्रणाली को लेकर सवाल खड़े किए हैं. बाल आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर अपने पोस्ट में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा अवैध रूप से संचालित मदरसे को क्लीन चिट देने का आरोप लगाया है.

मदरसे की जांच में ऐसे किया गया दावा

मध्य प्रदेश बाल आयोग की सदस्य डॉ. निवेदिता शर्मा ने बीते दिनों खाचरोद रोड स्थित दारुल उलूम मदरसे का निरीक्षण किया था. जिसमें उन्होंने कहा था कि बिना अनुमति के चल रहे मदरसे में नाबालिग बालिकाओं को असुविधाजनक स्थिति में रखा गया है. बताया जा रहा है कि इसकी जानकारी जिला प्रशासन को भी दी गई थी. इसके बाद रतलाम एडीएम शालिनी श्रीवास्तव भी मदरसे का निरीक्षण करने पहुंची थी. जिसमें उन्होंने मदरसे में कोई गंभीर अनियमितता नहीं पाए जाने की बात कही.

मदरसों की जांच के मामले में खड़े किए सवाल (ETV Bharat)

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मदरसे की जांच पर खड़े किए सवाल

इस मामले पर राष्ट्रीय बाल आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट में जिला प्रशासन और मदरसे का निरीक्षण करने वाली अपर कलेक्टर की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं. वहीं, इसको लेकर रतलाम कलेक्टर राजेश बाथम ने कहा कि "राज्य बाल आयोग की सदस्य के द्वारा निरीक्षण की कोई रिपोर्ट जिला प्रशासन को प्राप्त नहीं हुई है. शहर के अन्य मदरसों पर निरीक्षण एवं जांच रिपोर्ट के आधार पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी."

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