बलरामपुर: बलरामपुर के शंकरगढ़ इलाके में गरीबों के निवाले में घोटाले का मामला सामने आया है. शंकरगढ़ के भुनेश्वरपुर में गरीबों को बांटे जाने वाले सरकारी राशन में गबन की बात सामने आई है. इस केस में पुलिस ने पहले रिपोर्ट दर्ज की और उसके बाद इसमें एक्शन लिया गया है. भुनेश्वरपुर के ग्राम पंचायत सचिव और सहायक विक्रेता को गिरफ्तार किया गया है. इसके साथ ही सपरंच की गिरफ्तारी को लेकर कोशिशें तेज कर दी गई है.
सरपंच की भी होगी गिरफ्तारी: राशन घोटाले को लेकर सरपंच पर भी शिकंजा कसने की तैयारी तेज कर दी गई है. राशन में हुए इस घपले से सरकार को करीब साढ़े तीन लाख रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ है. इस केस में रोजना नए नए खुलासे हो रहे हैं. ग्राम पंचायत भुनेश्वरपुर में कुल 126 राशन कार्ड धारकों को राशन बांटा गया. जबकि 269 राशन कार्ड धारकों को राशन नहीं बांटा गया. सचिव और सरपंच सहायक पर मिलीभगत का आरोप लगा है. इस तरह गरीबों को मिलने वाले राशन पर डकैती की बात सामने आई है.
"पुलिस ने सचिव सरपंच और सहायक विक्रेता के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज किया है. सचिव और सहायक विक्रेता को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि सरपंच की गिरफ्तारी करने के लिए पुलिस तलाश में जुट गई है. जल्द ही सरपंच को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा": इमैनुएल लकड़ा, SDOP
छत्तीसगढ़ में गरीब परिवारों के लिए केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से राशन मुहैया कराने का काम किया जा रहा है. केंद्र सरकार के साथ साथ राज्य सरकार भी इस प्रयास में है कि कोई भी गरीब भूखा न सोए. ऐसे में जिन लोगों पर राशन बांटने की जिम्मेदारी है वह ही दीमक की तरह राशन को सफा चट करने की फिराक में है. ये तो गरीबों के निवाले पर डाका मारने वाली बात है.