आगराः राशन की कालाबाजारी और घटतौली का बड़ा मामला एक बार फिर सामने आया है. आगरा में मंडलायुक्त रितु माहेश्चरी के निर्देश पर 100 राशन की दुकानों का औचक निरीक्षण किया गया. इस दौरान मंडल के चार जिलों की 40 दुकानों में राशन कालाबाजारी और घटतौली मिली. इस पर 40 दुकानों पर कार्रवाई हुई है. इसमें एक दुकान पर एफआईआर कराई गई है. जबकि, 4 दुकानों को निलंबित किया गया है. इसके साथ ही 35 दुकानों की जमानत राशि जब्त की गई है.
चावल की कालाबाजारी पकड़ी थीः आगरा की बात करें तो 12 सितंबर 2024 को आगरा में राशन के चावल की कालाबाजारी का खुलासा अछनेरा के गांव रायभा स्थित एक गोदाम पर छापेमारी में हुआ था. जहां पर 500 बोरी से अधिक राशन का चावल जब्त हुआ था. ये चावल आगरा से पंजाब और हरियाणा भेजा जाता था. इस मामले में अछनेरा थाना में चावल तस्कर सुमित अग्रवाल और मनीष अग्रवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया. जिसके बाद बीते दिनों ही अछनेरा पुलिस ने आरोपी जीजा साले को दबोच कर जेल भेज दिया. ऐसे ही घटतौली की शिकायत आने पर आगरा मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने अधिकारियों को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए.
प्रशासन ने चलाया अभियानः आगरा समेत चार जिले में राशन की घटतौली पर रविवार को चौथे दिन कार्रवाई की गई. जिसमें 29 दुकानों का सत्यापन किया गया. घटतौली और अनियमितताएं मिलने पर 2 दुकानों को निलंबित और 7 उचित दर राशन विक्रेताओं की जमानत राशि जब्त करके उन्हें कारण बताओ नोटिस भी भेजा गया है. आगरा जिले की बात करें तो शाहगंज स्थित लक्ष्मी देवी, कुबेरपुर में राजबहादुर, रहनकलां में रसना देवी, चौगान में गौरव सिंह की सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान की जमानत राशि जब्त की गई. ऐसे ही फिरोजाबाद में रुकनपुर में उस्मान, वजीरपुर में रघुवीर सिंह की दुकान पर अनियमितताएं मिलीं. मथुरा में नौगांव में आशा की दुकान पर अंत्योदय कार्डधारकों की सूची में गड़बड़ियां मिलीं हैं. मसरकपुर में खड़ग सिंह की दुकान बंद मिली. इसके साथ ही मैनपुरी जिले में सैयदपुर कहरी में सतीश की दुकान में निरीक्षण के दौरान कमियां मिलीं हैं. इन दुकानों का अनुबंध खत्म किया जा सकता है. मंडल मं चल रही छापा मारा कार्रवाई से राशन विक्रेताओं में खलबली मची हुई है.
राशन हजम करने की 5 ट्रिक्स
- तराजू से राशन कम तौलना
- बहाने से कम राशन देकर ई पॉश मशीन पर अंगूठा लगवा लेना
- एक महीने का राशन ले जाओ बाकी 2-3 महीने का साथ देंगे
- अभी चावल ले जाओ, गेंहू बाद में लेना
- अभी एक स्कीम का अनाज आया है बाकी बाद में आएगा
ई केवाईसी क्यों हो रहीः राशन की कालाबाजारी को रोकने के लिए सरकार ने ई केवाईसी की प्रक्रिया शुरू की है. इसके तहत जब तक आपका अंगूठा नहीं लगेगा तब तक आपका राशन कोई नहीं ले जा पाएगा. इससे राशन की कालाबाजारी नहीं हो सकेगी, आप जितना राशन लेंगे उसका लेखा-जोखा सरकार के पास होगा. आप ईकेवाईसी राशन की दुकान पर भी करवा सकते हैं. इसके लिए आपको अपना आधार कार्ड और राशन कार्ड ले जाना होगा. ई पॉश मशीन पर अंगूठा लगाते ही आपकी ई केवाईसी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. आप ऐसे ही सुधार भी करवा सकते हैं.
क्या सावधानी बरतें
- अगर आपका कोटेदार आपको बार-बार टरका रहा है तो इसकी शिकायत जिला पूर्ति दफ्तर में करें.
- जितना राशन ले उतने पर ही अंगूठा लगाएं, यह जांच जरूर लें.
- राशन बंटने वाले दिन ही जाएं, अन्य दिनों में चक्कर न लगाएं.
- अगर राशन कार्ड की ई केवीआईसी नहीं कराई है तो तुरंत उसे कराएं.
- कोटेदार की संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखें.
- बिना अनाज लिए ई पॉश मशीन में अंगूठा न लगाएं.
राशन कालाबाजारी कैसे पकड़ में आतीः सरकारी टीम बीच-बीच में राशन की दुकानों पर पहुंचकर स्टॉक की जांच करती है. इस दौरान यदि अनाज के उपलब्ध और सरकारी आंकड़ों में दर्ज स्टॉक के बारे में अंतर आता है तो इसकी जांच की जाती है. यदि कोटेदार यह स्पष्ट नहीं कर पाता है कि यह अंतर क्यों आया है तो इसे कालाबाजारी माना जाता है. इसके साथ ही कोटेदार के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो जाती है. इसमें लाइसेंस निलंबन से लेकर जमानत जब्त करने का प्रावधाना है.