वाराणसी: सीएम योगी के गृह क्षेत्र गोरखपुर के बाद राष्ट्रीय स्वयं सेवक प्रमुख मोहन भागवत प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में आएंगे. आरएसएस प्रमुख 30 जून को वाराणसी में पहुंचेंगे और दो दिनों तक प्रवास करेंगे. नरेंद्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघ चालक का वाराणसी में पहला दौरा होगा. पूर्वांचल का केंद्र कहे जाने वाले वाराणसी में संघ प्रमुख दो दिनों तक रहेंगे. इस दौरान काशी क्षेत्र में संघ की शाखा लगाने के साथ ही संघ के विचारकों और विस्तार से जुड़े लोगों के साथ रणनीति पर चर्चा करेंगे. अलग-अलग आयोजनों में हिस्सा लेने के बाद संघ प्रमुख कुछ प्रबुद्धजनों से भी मुलाकात कर सकते हैं.
दो दिनों का होगा प्रवास
30 जून को सीएम योगी भी वाराणसी आ सकते हैं, हालांकि अभी यह फाइनल नहीं है. वाराणसी प्रवास के दौरान संघ प्रमुख संगठन के शताब्दी वर्ष के उद्देश्यों को पूरा करने को लेकर मंथन करेंगे. काशी क्षेत्र के स्वयंसेवकों में से कुछ कार्यकर्ताओं को शताब्दी विस्तारक के लिए भी चुन सकते हैं. इस सभी से अलग संघ के विस्तार और संगठन को मजबूती करने पर भी वह चर्चा करेंगे. संघ के एक पदाधिकारी का कहना है कि शताब्दी वर्ष तक संघ के व्यापक विस्तार के लक्ष्य के साथ स्वयंसेवक 1 वर्ष के लिए शताब्दी विस्तारक बनाकर 80 जिलों के क्षेत्र में भेजना चाहते हैं. गांव में संघ की उपस्थिति सुनिश्चित करने का यह लक्ष्य पूरा करना ही काशी में संघ प्रमुख के प्रवास का मुख्य उद्देश्य है. वाराणसी में संघ प्रमुख 30 जून की दोपहर बाद पहुंचेंगे. संघ कार्यालय पर वह संघ के बड़े कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात करेंगे. शताब्दी वर्ष 2025 के लिए हर प्रांत से नई शताब्दी विस्तार को प्रचारक निकाले जाएंगे, जिस पर मंथन होगा.
गाजीपुर में करेंगे वीर अब्दुल हमीद पुस्तक का लोकार्पण
वाराणसी में संघ प्रमुख श्री काशी विश्वनाथ मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर, विशालाक्षी मंदिर और काल भैरव मंदिर में दर्शन पूजन करने के बाद संकट मोचन मंदिर भी जाएंगे. यहां के बाद सीधे संघ प्रमुख हथियाराम मठ में मां बुढ़िया देवी का दर्शन करेंगे. गाजीपुर में हथियाराम मठ में दर्शन करने के बाद वहीं पर परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद पर रचित पुस्तक का लोकार्पण भी करेंगे. कयास लगाए जा रहे हैं कि इस दौरान संघ प्रमुख लोकसभा चुनाव में हुआ हार का फीड भी ले सकते हैं.