मिर्जापुर: राजगढ़ इलाके के एक स्कूल में दुर्लभ प्रजाति का का वन्यजीव पैंगोलिन पहुंच गया, जिससे हड़कंप मच गया. सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण पैंगोलिन देखने पहुंच गए. ग्रामीणों के बीच इस दुर्लभ प्रजाति को लेकर तरह-तरह की चर्चा कर रहे हैं. स्कूल प्रबंधक के सूचना पर पुलिस और वन विभाग टीम मौके पर पहुंचकर पैंगोलिन को रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ दिया है.
राजगढ़ थाना क्षेत्र के इंदिरा नगर में रूद्र इंटरनेशनल स्कूल में दुर्लभ प्रजाति के जानवर पैंगोलिन दिखने से स्कूल में अफरातफरी मच गई. सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद पैंगोलिन का रेस्क्यू किया. इसके बाद पिजरे में बंद कर अपने साथ ले गई. रेस्क्यू टीम के साथ पहुंचे वन रेंजर राकेश कुमार सिंह ने बताया कि यह एक विलुप्त प्रजाति की जानवर है. पैंगोलिन ज्यादातर नेपाल, भूटान, श्रीलंका और भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में पाया जाता है. दीमक और चींटी इनका भोजन है. यह बहुत शर्मीला यह जानवर होता है. रात को खाने की तलाश में निकल कर स्कूल तक पहुंचा होगा.
मिर्जापुर डीएफओ अरविंद राज मिश्रा ने बताया कि राजगढ़ इलाके के एक स्कूल में विलुप्त प्रजाति का पैंगोलिन जानवर मिला है. जिसे वन विभाग के कर्मचारियों ने पिंजरे में रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ दिया है. पकड़े गए पैंगोलिन का वजन लगभग 5 किलो के आसपास है. इसकी लंबाई 1 से 2 मीटर है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में नाखून की तस्करी की जाती है, जिसकी करोड़ों रुपये कीमत होती है.
बता दें कि पैंगोलिन एक स्तनधारी प्राणी है. इसके शरीर पर केराटिन के बने शल्क (स्केल) नुमा संरचना होती है, जिससे यह अपनी रक्षा करता है, पैंगोलिन ऐसे शल्कों वाला अकेला ज्ञात स्तनधारी है. अफ़्रीका और एशिया में प्राकृतिक रूप से पाया जाता है. पैंगोलिन को भारत में सल्लू सांप भी कहते हैं. अंधविश्वासी प्रथाओं के कारण इनका अक्सर शिकार भी किया जाता है. जिसकी वजह से पैंगोलिन की सभी जातियों पर विलुप्ति का खतरा मंडरा रहा है.
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