सरगुजा: संभाग में महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं. पुलिस की रिपोर्ट बताती है कि महिलाओं के साथ साथ नाबालिग बच्चियों के साथ भी दुष्कर्म के मामले बढ़े हैं. बीते दिनों गांधीनगर थाना इलाके में पांच साल की मासूम बच्ची के साथ गलत काम किया गया. आंकड़ों पर नजर डालें तो सरगुजा में साल 2023 में 77 और 2024 में अब तक 70 नाबालिग बच्चियों से दुष्कर्म के मामले सामने आ चुके है.
दुष्कर्म की घटनाओं में इजाफा: सरगुजा जिले में साल 2023 में 70 बालिग़ महिलाओं और 77 नाबालिग बच्चियों के साथ दुष्कर्म के मामले दर्ज हुए. इस साल 2024 में नवम्बर के महीने तक 91 बालिग़ महिलाओं और 70 नाबालिग बच्चियों के साथ दुष्कर्म के केस दर्ज हुए. जिसका मतलब है 2023 में कुल 147 और 2024 में कुल 161 मामले दुष्कर्म के दर्ज हुए जो पिछले साल के आंकड़ों से ज्यादा हैं.
पुलिस की जागरुकता में कमी: इन गंभीर अपराधों में पुलिस की कार्रवाई का आंकड़ा तो बेहतर पर पब्लिक के बीच जागरुकता अभियान की कमी है. आंकड़े बताते हैं कि अपराध में कमी आने के बजाए आंकड़े तेजी से बढ़े हैं. सरगुजा पुलिस ने 2023 के 147 मामलों में 100 प्रतिशत मामले में सभी 147 आरोपियों की गिरफ्तारी कर चुकी है. 2024 के 161 मामलों में 151 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है.
सरगुजा पुलिस महिला संबंधी अपराधों में लगातार कार्रवाई कर गिरफ्तारी कर रही है. कोई भी अपराध होता है तो उसके कई कारण होते हैं . अपराध के पीछे उसके सामाजिक और मनोवैज्ञानिक कारण भी होते हैं. सामुदायिक पुलिसिंग के तहत जागरूकता के कई कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं. कई एनजीओ भी नशे और महिला संबंधी अपराधों के विरोध में जागरूकता कार्यक्रम चलाते हैं. - अमोलक सिंह ढिल्लो, एडिशनल एसपी
अपराध के पीछे सोशल मीडिया भी जिम्मेदार: पुलिस का कहना है कि अपराध के कई कारण हैं. कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें सोशल साइट्स से दोस्ती हुई पर गलत काम को अंजाम दिया गया. इस सम्बन्ध में सरगुजा पुलिस शैक्षणिक संस्थानों में जाकर सायबर फ्रॉड और महिला संबंधी अपराध की जानकारी देती है.