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NQAS के मानकों पर खरा उतरा रांची सदर अस्पताल, जानें मरीजों के साथ-साथ अस्पतालकर्मियों को क्या मिलेगा फायदा - Sadar Hospital meets NQAS standards - SADAR HOSPITAL MEETS NQAS STANDARDS

Sadar Hospital. रांची के सदर अस्पताल ने राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (NQAS) को पूरा करते हुए देशभर के जिला अस्पतालों के उच्च श्रेणी में 95% के साथ अपना नाम दर्ज कराया है. तीन दिनों तक चली स्वास्थ्य गुणवत्ता जांच पूरी होने के बाद यह प्रमाणपत्र सौंपा गया है.

ranchi Sadar Hospital meets National Quality Assurance Standards
रांची सदर अस्पताल (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jul 27, 2024, 7:47 PM IST

रांची: रांची का 500 बेडेड सदर अस्पताल अपनी गुणवत्तापूर्ण सेवा के मामले में देशभर के बेहतरीन जिला अस्पतालों को टक्कर दे रहा है. आज इस बात पर अपनी मुहर भारत सरकार की एजेंसी NHSRC (नेशनल हेल्थ सिस्टम रिसोर्स सेंटर) ने भी लगा दी.

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, झारखंड के प्रबंध निदेशक आलोक त्रिवेदी ने रांची सदर अस्पताल को मिली इस बड़ी उपलब्धि की जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, नई दिल्ली के एनएचएसआरसी के द्वारा पत्र के माध्यम से यह बताया गया है कि रांची के सदर अस्पताल देशभर के राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (NQAS) को पूरा करते हुए देशभर के जिला अस्पतालों के उच्च श्रेणी में 95% के साथ अपना नाम दर्ज कराया है.

इन विभागों ने NQAS के मानक को किया पूरा

सदर अस्पताल के 11 विभागों जैसे आकस्मिक सेवा, ICU, IPD, फार्मेसी, मेटरनिटी वार्ड, ब्लड बैंक, SNCU, पीपी यूनिट और पीडियाट्रिक वार्ड, जनरल एडमिन में 95% अंक के साथ राष्ट्रीय स्तर के NQAS के मानक को पूरा कर लिया है. NHM के झारखंड अभियान निदेशक आलोक त्रिवेदी ने बताया कि इतना ही नहीं भारत सरकार के द्वारा लक्ष्य(LaQshya) सर्टिफिकेशन के तहत सदर अस्पताल के लेबर रूम और शल्य कक्ष को भी 95.2% अंक के साथ गुणवत्ता प्रमाणित होने की उपलब्धि हासिल हुई है.

उन्होंने बताया कि झारखंड के पूर्वी सिंहभूम से पांच, खूंटी से एक एवं रामगढ़ से एक आयुष्मान आरोग्य मंदिर (जो पूर्व में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के नाम से जाना जाता था) ने भी 88% अंक के साथ राष्ट्रीय उच्च गुणवत्ता मानक को पूरा किया है. आलोक त्रिवेदी ने बताया कि स्वास्थ्य की दिशा में लगातार आगे बढ़ते झारखंड का यह प्रमाण है कि राज्य के अस्पताल, गुणवत्ता के मामले में देश के अन्य राज्यों के बेहतरीन सरकारी अस्पतालों का मुकाबला कर रहे हैं. यह झारखंड राज्य के लिए गौरवपूर्ण सम्मान है.

तीन दिनों तक चली स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता की जांच

दरअसल, भारत सरकारी की एक टीम 500 बेडेड सदर अस्पताल की गुणवत्ता को विभिन्न पैमाने पर परखने के लिए रांची पहुंचे थे. इस दौरान टीम ने 01 मई से 03 मई तक रांची में रहकर सदर अस्पताल में लोगों को मिल रही स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता का आकलन किया और उन सुविधाओं को NQAS (National Quality Assurance Standard) की कसौटी पर परखा.
सभी मानकों पर खरा उतरने के बाद रांची सदर अस्पताल को अगले 03 साल के लिए NQAS सर्टिफाइड होने का प्रमाण पत्र मिल गया.

अस्पताल कर्मियों के साथ-साथ मरीजों को भी मिलेगा फायदा

रांची सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ बिमलेश सिंह ने कहा कि NQAS से 11 विभागों के सर्टिफाइड हो जाने से अगले तीन साल तक प्रति बेड 10 हजार रुपये प्रति वर्ष NQAS से मिलेगा. उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल 500 बेडेड हैं. इस तरह NQAS मिलने के बाद जो राशि उपलब्ध होगी उससे अस्पताल में रोगियों के लिए सुविधाएं बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी. डॉ बिमलेश सिंह ने कहा कि NQAS मिलने का एक लाभ यह भी होगा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत दी जा रही सेवाओं के बदले में जो इंसेंटिव राशि डॉक्टरों, नर्सों और अन्य मेडिकल स्टाफ को मिलती हैं, उसमें 15% की बढ़ोत्तरी हो जाएगी.

जनता को बेहतरीन इलाज की तसल्ली होगी: उपाधीक्षक

रांची सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ बिमलेश कुमार सिंह ने बताया कि NQAS सर्टिफाइड हो जाने के बाद अब सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि जिन लोगों का सदर अस्पताल में इलाज होगा, उन्हें और उनके परिजनों को इस बात की तसल्ली रहेगी कि जो भी इलाज उनके मरीज का हो रहा है, वह हाई स्टैंडर्ड का है.

ये भी पढ़ें: पाकुड़ में आदिवासी हॉस्टल पर देर रात हमला, 12 छात्र जख्मी, नेता प्रतिपक्ष ने सरकार पर लगाया तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप

ये भी पढ़ें: पंचायतों में बढ़ेंगी सुविधाएं, छोटे मामलों के लिए नहीं लगाने पड़ेंगे ब्लॉक और जिले के चक्कर

रांची: रांची का 500 बेडेड सदर अस्पताल अपनी गुणवत्तापूर्ण सेवा के मामले में देशभर के बेहतरीन जिला अस्पतालों को टक्कर दे रहा है. आज इस बात पर अपनी मुहर भारत सरकार की एजेंसी NHSRC (नेशनल हेल्थ सिस्टम रिसोर्स सेंटर) ने भी लगा दी.

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, झारखंड के प्रबंध निदेशक आलोक त्रिवेदी ने रांची सदर अस्पताल को मिली इस बड़ी उपलब्धि की जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, नई दिल्ली के एनएचएसआरसी के द्वारा पत्र के माध्यम से यह बताया गया है कि रांची के सदर अस्पताल देशभर के राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (NQAS) को पूरा करते हुए देशभर के जिला अस्पतालों के उच्च श्रेणी में 95% के साथ अपना नाम दर्ज कराया है.

इन विभागों ने NQAS के मानक को किया पूरा

सदर अस्पताल के 11 विभागों जैसे आकस्मिक सेवा, ICU, IPD, फार्मेसी, मेटरनिटी वार्ड, ब्लड बैंक, SNCU, पीपी यूनिट और पीडियाट्रिक वार्ड, जनरल एडमिन में 95% अंक के साथ राष्ट्रीय स्तर के NQAS के मानक को पूरा कर लिया है. NHM के झारखंड अभियान निदेशक आलोक त्रिवेदी ने बताया कि इतना ही नहीं भारत सरकार के द्वारा लक्ष्य(LaQshya) सर्टिफिकेशन के तहत सदर अस्पताल के लेबर रूम और शल्य कक्ष को भी 95.2% अंक के साथ गुणवत्ता प्रमाणित होने की उपलब्धि हासिल हुई है.

उन्होंने बताया कि झारखंड के पूर्वी सिंहभूम से पांच, खूंटी से एक एवं रामगढ़ से एक आयुष्मान आरोग्य मंदिर (जो पूर्व में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के नाम से जाना जाता था) ने भी 88% अंक के साथ राष्ट्रीय उच्च गुणवत्ता मानक को पूरा किया है. आलोक त्रिवेदी ने बताया कि स्वास्थ्य की दिशा में लगातार आगे बढ़ते झारखंड का यह प्रमाण है कि राज्य के अस्पताल, गुणवत्ता के मामले में देश के अन्य राज्यों के बेहतरीन सरकारी अस्पतालों का मुकाबला कर रहे हैं. यह झारखंड राज्य के लिए गौरवपूर्ण सम्मान है.

तीन दिनों तक चली स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता की जांच

दरअसल, भारत सरकारी की एक टीम 500 बेडेड सदर अस्पताल की गुणवत्ता को विभिन्न पैमाने पर परखने के लिए रांची पहुंचे थे. इस दौरान टीम ने 01 मई से 03 मई तक रांची में रहकर सदर अस्पताल में लोगों को मिल रही स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता का आकलन किया और उन सुविधाओं को NQAS (National Quality Assurance Standard) की कसौटी पर परखा.
सभी मानकों पर खरा उतरने के बाद रांची सदर अस्पताल को अगले 03 साल के लिए NQAS सर्टिफाइड होने का प्रमाण पत्र मिल गया.

अस्पताल कर्मियों के साथ-साथ मरीजों को भी मिलेगा फायदा

रांची सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ बिमलेश सिंह ने कहा कि NQAS से 11 विभागों के सर्टिफाइड हो जाने से अगले तीन साल तक प्रति बेड 10 हजार रुपये प्रति वर्ष NQAS से मिलेगा. उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल 500 बेडेड हैं. इस तरह NQAS मिलने के बाद जो राशि उपलब्ध होगी उससे अस्पताल में रोगियों के लिए सुविधाएं बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी. डॉ बिमलेश सिंह ने कहा कि NQAS मिलने का एक लाभ यह भी होगा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत दी जा रही सेवाओं के बदले में जो इंसेंटिव राशि डॉक्टरों, नर्सों और अन्य मेडिकल स्टाफ को मिलती हैं, उसमें 15% की बढ़ोत्तरी हो जाएगी.

जनता को बेहतरीन इलाज की तसल्ली होगी: उपाधीक्षक

रांची सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ बिमलेश कुमार सिंह ने बताया कि NQAS सर्टिफाइड हो जाने के बाद अब सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि जिन लोगों का सदर अस्पताल में इलाज होगा, उन्हें और उनके परिजनों को इस बात की तसल्ली रहेगी कि जो भी इलाज उनके मरीज का हो रहा है, वह हाई स्टैंडर्ड का है.

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