रांचीः पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर सभी जिलों की पुलिस के द्वारा लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी गई है. पुलिस के द्वारा युद्धस्तर पर संवेदनशील, अति संवेदनशील बूथों की पहचान कर उसकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है. साथ ही इस बार पुलिस नो नेटवर्क एरिया को भी चिन्हित कर रही है, ताकि चुनाव से पहले वहां नेटवर्क की व्यस्था की जा सके. लोकसभा चुनाव को देखते हुए पुलिसकर्मियों की ट्रेनिंग भी लगातार चल रही है.
नो नेटवर्क एरिया की हुई पहचानः रांची के सीनियर एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि राजधानी रांची में कई ऐसे पोलिंग बूथ हैं जो बेहद संवेदनशील हैं, लेकिन वहां पर आज के समय में भी मोबाइल नेटवर्क काम नहीं करता है. इस वजह से ऐसे बूथों पर कम्युनिकेशन करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में नो नेटवर्क एरिया की पहचान कर कर वहां नेटवर्क की व्यवस्था की जाएगी. इसके लिए दूरसंचार कंपनियां के साथ बातचीत की प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है. साथ ही रांची के नक्सल प्रभावित इलाकों में पड़ने वाले बूथों को चिन्हित कर लिया गया है. वैसे इलाकों में जल्द से जल्द नेटवर्क के लिए टावर लगाए जाएंगे.
बुंडू, तमाड़, लापुंग, नरकोपी, खलारी और मैक्लुस्कीगंज पर विशेष जोरः रांची के बुंडू, तमाड़, दसम, नरकोपी, खलारी और मैक्लुस्कीगंज वैसे थाना क्षेत्र हैं जिनमें कई ऐसे बूथ हैं, जहां पर मोबाइल नेटवर्क काफी कमजोर है. ऐसे सभी थाना प्रभारी ने अपने-अपने इलाकों की लिस्ट तैयार कर पुलिस कप्तान को सौंप दी है, ताकि समय रहते नेटवर्क को लेकर कोई उचित कदम उठाए जा सके.
मुख्यालय को देनी है रिपोर्टः रांची एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि नो नेटवर्क एरिया के अलावा, मतदान केंद्रों को सुरक्षा के लिहाज से अलग-अलग श्रेणी में रखा जा रहा है, ताकि किस मतदान केंद्र पर कितने सुरक्षाबलों की जरूरत पड़ेगी इसकी जानकारी प्रॉपर तरीके से मिल सके. राजधानी रांची में कितने सुरक्षा बलों की जरूरत पड़ेगी इसका ब्योरा तैयार करने के बाद रिपोर्ट मुख्यालय के भेजी जाएगी.
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