रांची: रांची जमीन घोटाला मामले में ईडी ने जमीन कारोबारी शेखर कुशवाहा उर्फ शेखर महतो को गिरफ्तार कर लिया है. बुधवार को एजेंसी ने समन भेज कर शेखर को रांची जोनल ऑफिस में पूछताछ के लिए बुलाया था. जहां पूरे दिन पूछताछ के बाद उसे शाम 7.15 बजे गिरफ्तार कर लिया गया. ईडी बीते कुछ दिनों से लगातार शेखर को पूछताछ के लिए बुला रही थी, लेकिन वह पूछताछ में एजेंसी को सहयोग नहीं कर रहा था. ईडी ने पहली बार 22 अप्रैल 2023 को व दूसरी बार 16 अप्रैल 2024 को शेखर कुशवाहा के ठिकानों पर छापेमारी की थी.
4.83 एकड़ जमीन का फर्जी दस्तावेज बनाने में भूमिका
ईडी की जांच में यह बात सामने आया था कि शेखर कुशवाहा ने अपने सहयोगी प्रियरंजन सहाय, विपिन सिंह, इरशाद अंसारी, अफसर अली समेत अन्य के साथ मिलकर सरकारी कर्मी भानु प्रताप प्रसाद की मिलीभगत से 1971 का फर्जी डीड बनाया था. बड़गाईं अंचल के तत्कालीन अंचल राजस्व उपनिरीक्षक भानु प्रताप के साथ मिलकर उसने बरियातू की 4.83 एकड़ की जमीन के रैयत जितुआ भोक्ता का नाम बदल कर समरेंद्र चंद्र घोषाल के नाम की इंट्री कर गैरमजरूआ जमीन को समान्य खाते की जमीन में बदल दिया था. इसके बाद 22.61 करोड़ की जमीन को 100 करोड़ से अधिक कीमत में बेचने की तैयारी थी. ईडी गिरोह के सभी सदस्यों को पूर्व में ही जेल भेज चुकी है. ईडी गुरुवार को शेखर को कोर्ट में पेश करेगी, साथ ही उसे रिमांड पर भी लिया जाएगा.
सबकी अलग अलग भूमिका
ईडी ने अफसर अली समेत सात आरोपियों के यहां 13 अप्रैल 2023 को छापा मारा था. तब सभी को गिरफ्तार किया गया था. वहीं चेशायर होम रोड में जमीन के कागजात तैयार करने को लेकर विपिन सिंह, प्रिय रंजन सहाय और शेखर कुशवाहा, बजरा जमीन को लेकर जमशेदपुर निवासी रवि सिंह भाटिया और श्याम सिंह के यहां 26 अप्रैल को छापेमारी हुई थी. रवि सिंह भाटिया और श्याम सिंह के नाम पर मार्च 2021 में चार रजिस्ट्री डीड के जरिए खाता नंबर 140 की रजिस्ट्री फर्जी डीड पर हुई थी. इस जमीन का 82 सालों का लगान रसीद एक ही दिन में तत्कालीन डीसी छवि रंजन के आदेश पर काटा गया था.
ये भी पढ़ें-