रांची: राजधानी रांची के करीब 95 छठ घाटों पर महापर्व छठ श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाएगा. रांची नगर निगम ने सभी छठ घाटों की सूची तैयार कर उनकी सफाई शुरू कर दी है. सभी छठ घाटों को अलग-अलग जोन में बांटा गया है. नगर निगम ने 3 नवंबर तक सभी छठ घाटों की सफाई पूरी करने का निर्देश जारी किया है. चक्रवात के कारण हुई बारिश के कारण तालाबों और डैम की सफाई में थोड़ा व्यवधान आया है, लेकिन बारिश कम होते ही युद्धस्तर पर काम पूरा कर लिया जाएगा.
बांधा जाएगा लाल रिबन
रांची नगर निगम की सहायक प्रशासक निहारिका तिर्की ने बताया कि छठ घाटों के निरीक्षण का काम तेजी से किया जा रहा है. निरीक्षण के बाद जो घाट खतरनाक हैं, उन्हें लाल रिबन से चिह्नित किया जाएगा और श्रद्धालुओं को लाल रिबन से आगे जाने पर रोक लगाई जाएगी. छठ घाटों की सफाई के लिए अलग-अलग समय पर मशीनों का भी उपयोग किया जा रहा है. जल स्रोतों का डॉक्टरों की टीम द्वारा भी निरीक्षण किया जा रहा है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो.
लाइट और सड़क व्यवस्था का निरीक्षण पूरा
छठ पर्व के दौरान साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाता है. ऐसे में रांची नगर निगम की टीम न सिर्फ सफाई कर रही है, बल्कि घाटों तक जाने वाली लाइट और सड़क की भी व्यवस्था कर रही है. सभी छठ घाटों पर चेंजिंग रूम बनाने का भी निर्देश दिया गया है. छठ पूजा समिति कई जगहों पर लाइट और अन्य तरह की व्यवस्था खुद करती है, निगम की टीम छठ पूजा समितियों के साथ समन्वय बनाकर काम कर रही है.
इन जगहों पर होती है पूजा
राजधानी रांची में हटनिया तालाब, कांके डैम, धुर्वा डैम, बड़ा तालाब, चडरी तालाब, मोरहाबादी स्थित दिव्यान तालाब, तेतर टोली तालाब, भरम टोली तालाब, विद्यानगर तालाब काफी महत्वपूर्ण हैं और यहां काफी भीड़ होती है. इसके अलावा 95 से अधिक छठ घाट हैं, जहां श्रद्धालु छठ व्रत करते हैं. सभी घाटों पर लाइट के साथ-साथ साफ-सफाई व अन्य व्यवस्था की जा रही है.
शाम के अर्घ्य से एनडीआरएफ तैनात
छठ महापर्व में पहला अर्घ्य शाम ढलते ही दिया जाता है. पहले दिन से ही हर खतरनाक घाट पर एनडीआरएफ की टीम तैनात रहेगी. छोटे तालाबों में स्थानीय गोताखोरों को ड्यूटी पर लगाया जाएगा.
हम पूरी मेहनत कर रहे हैं- निगम
नगर निगम की प्रशासक निहारिका ने बताया कि सभी एमपीएस, जोनल सुपरवाइजर, सिटी मैनेजर व सिटी कैंपेन मैनेजर को निर्देश दिया गया है कि छठ घाट के आसपास फैली गंदगी को हर हाल में साफ किया जाए. इसके अलावा घास की कटाई की जाए, तालाबों में खतरनाक जगहों की भी पहचान की जाए ताकि सुरक्षा के इंतजाम किए जा सकें.
इसके अलावा तालाब के चारों तरफ ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जाए, तालाब की ओर जाने वाले सभी रास्तों की सफाई की जा रही है, कंकड़-पत्थर उठाने का भी निर्देश दिया गया है ताकि छठ व्रतियों को किसी तरह की परेशानी न हो. निगम ने पहले ही निर्देश दे दिया है कि अगर छठ घाट की ओर जाने वाली सड़कों पर कोई निर्माण सामग्री गिरती है तो उससे जुर्माना वसूला जाएगा.
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