अलवर: रामगढ़ की सीट पिछले दिनों कांग्रेस के विधायक जुबेर खां के आकस्मिक निधन के चलते खाली हुई है. चुनाव आयोग ने भले ही अभी रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव की तिथियों की घोषणा नहीं की है, लेकिन भाजपा व कांग्रेस में इसे लेकर चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है. दोनों ही प्रमुख दलों के नेता अपने तरीके से टिकट की दावेदारी भी जताने लगे हैं.
भाजपा के पूर्व विधायक बनवारीलाल सिंघल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल खुद का रामगढ़ से गहरा जुड़ाव बताया और उपचुनाव में पार्टी की ओर से दावेदारी भी जता दी. वहीं दिवंगत कांग्रेस विधायक जुबेर खां के बेटे आर्यन खां ने भी ऐसे ही संकेत दिए हैं. वहीं रामगढ़ से पूर्व विधायक रहे ज्ञानदेव आहूजा ने सीधे तौर पर खुद के चुनाव लड़ने के बजाय अपने भतीजे जय आहूजा को टिकट की पैरवी की, लेकिन पार्टी के फैसले को मानने की बात कह उपचुनाव में हलचल पैदा कर दी. शनिवार को भाजपा व कांग्रेस की रामगढ़ में बैठकें हुई, इनमें दोनों ही दलों के बड़े नेता शामिल हुए.
भाजपा में टिकट को लेकर हलचल तेज: अलवर शहर से दो बार भाजपा से विधायक रहे बनवारीलाल सिंघल ने शुक्रवार को फेसबुक पोस्ट में लिखा कि इस चुनाव में मैं अपनी दावेदारी शालीनतापूर्वक प्रस्तुत कर रहा हूं. क्षेत्र से मेरा राजनीतिक व जीवन का रिश्ता है. मैंने करीब 9 साल रामगढ़ में व्यवसाय किया. वहीं 1985, 90, 93, 98 व 2003 के चुनाव में पूर्ण सक्रियता से कार्य किया. इस दौरान हुए लोकसभा चुनाव में भी भाजपा के लिए कार्य किया. इसके अलावा पत्नी का पीहर रामगढ़ में है. वहीं रामगढ़ से राजनीतिक कॅरियर की शुरुआत युवा मोर्चा के अध्यक्ष के दायित्व के साथ की. मैं संगठन नेतृत्व से सम्पर्क कर अपना पक्ष रख रहा हूं.
भाजपा में दावेदारों की लंबी कतार: रामगढ़ उपचुनाव में भाजपा की ओर से टिकट की दावेदारी जताने वाले नेताओं की लंबी लिस्ट है. इनमें पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा, 2023 में भाजपा प्रत्याशी रहे जय आहूजा, 2018 में भाजपा प्रत्याशी रहे सुखवंत सिंह समेत अनेक नेता शामिल हैं. शनिवार को रामगढ़ में हुई भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक में भी टिकट के दावेदार पार्टी के बड़े नेताओं के आगे-पीछे चक्कर लगा अपनी दावेदारी जताने से नहीं चूके.
कांग्रेस में टिकट को लेकर सरगर्मी बढ़ी: रामगढ़ उपचुनाव को लेकर पार्टी की ओर से कमेटी का गठन पहले ही किया जा चुका है. अब बैठकों का दौर भी शुरू हो गया है. वैसे तो इस उपचुनाव में दिवंगत विधायक जुबेर खां के परिवार से ही कांग्रेस प्रत्याशी होने की संभावना ज्यादा है. शनिवार की बैठक में जुबेर खां के बेटे आर्यन खां ने कार्यकर्ताओं के समक्ष कहा कि पिता जुबेर खां तो अब इस दुनियां में नहीं रहे, लेकिन आप सब मेरे अपने हो, मैं उनके बताए हुए रास्ते पर ही चलूंगा. वैसे भी कांग्रेस जिलाध्यक्ष योगेश मिश्रा भी रामगढ़ सीट पर जुबेर खां के परिवार से ही पहला हक होने की बात पहले ही कह चुके हैं. वहीं जुबेर खां की पत्नी साफिया खां भी 2018 में रामगढ़ से ही कांग्रेस से विधायक एवं पूर्व में जिला प्रमुख रह चुकी हैं.