धमतरी: जिले के गंगरेल में आयोजित दो दिवसीय जल जगार महोत्सव का रविवार को समापन हुआ. महोत्सव के अंतिम दिन छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह पहुंचे. रमन सिंह के साथ पीएचई मंत्री और डिप्टी सीएम अरुण साव भी रहे. इनके साथ महासमुंद और कांकेर लोकसभा के सांसद भी शामिल हुए. सभी ने कबाड़ से जुगाड़, जल संरक्षण के लिए लगाए गए प्रदर्शनी, स्कूली विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत जल विधानसभा देख बच्चों के प्रयासों की सराहना की.
पानी और पौधों का संरक्षण जरूरी: इस दौरान रमन सिंह ने जल का महत्व बताया. रमन सिंह ने कहा कि धमतरी जिला डबल फसल वाला इलाका है. यहां 40 साल पहले 40-50 फीट की गहराई में भू जल मिल जाता था, लेकिन अब 300 फीट खोदने पर भी पानी नहीं मिल रहा है. यह गंभीर संकट का संकेत है. पूरे विश्व में उपलब्ध पानी में से सिर्फ दशमलव 6 प्रतिशत पानी मनुष्य के पीने योग्य है. अगर भूजल स्तर नीचे गिरता जाए तो पूरी पृथ्वी मरुस्थल में बदल जाएगी. इसलिए पानी और पौधों का संरक्षण बहुत जरूरी है.
पानी के जरिए विपक्ष पर किया वार: रमन सिंह ने मध्यकालीन कवि अब्दुल रहीम के प्रसिद्ध दोहे को मंच पर दोहराया.रमन सिंह ने कहा "रहिमन पानी राखिए, बिन पानी सब सून, पानी गए न ऊबरे मोती मानुष चून." उन्होंने बताया कि 16वीं शताब्दी में ही जानकार लोगों ने पानी का महत्व समझ लिया था. दोहे के जरिए पानी को बचाकर रखने का संदेश दिया था. आज स्थिति यहां तक पहुंच गई है कि अब तुरंत नहीं जागे तो भविष्य बहुत तकलीफदेह हो सकता है. मीडिया से बातचीत के दौरान रहीम के पानी वाले दोहे को लेकर रमन सिंह ने कहा कि "पानी उतर गया तो क्या बचता है मेरे भाई. राजनीति में कई लोगों का पानी उतर चुका है."
धमतरी कलेक्टर को दी बधाई: इसके बाद रमन सिंह ने धमतरी कलेक्टर को जल जगार महोत्सव को लेकर बधाई दी. इसके बाद रमन सिंह और सभी अतिथियों ने एक साथ शानदार ड्रोन शो देखा. ड्रोन शो में बेहद हैरान करने वाले शो को दिखाया गया. इसके तहत नई टेक्नोलॉजी से किस तरह से कलाकारी को उभारा जा सकता है, इसका प्रदर्शन किया गया.