नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) और मंत्री पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद राजकुमार आनंद ने इस्तीफे वाली चिट्ठी गुरुवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट X(Twitter) पर शेयर किया है. उन्होंने यहा चिट्ठी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लिखी है. चिट्ठी में उन्होंने सरकार और पार्टी को छोड़ने के पीछे दो वजह बताई है.
राजकुमार आनंद ने अपनी चिट्ठी में लिखा, "मैं राजकुमार आनंद, समाज कल्याण मंत्री दिल्ली सरकार अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं. इसकी दो वजहें हैं. पहली वजह यह है कि मैं राजनीति में आया था आपकी इस बात से प्रभावित हो कर कि 'राजनीति बदलेगी तो देश बदलेगा' लेकिन आज अफसोस के साथ यह कहना पड़ रहा है कि राजनीति तो नहीं बदली, लेकिन AAP और आपकी पार्टी बदल गयी."
राजकुमार आनंद ने लिखा, "आम आदमी पार्टी का जन्म भ्रष्टाचार के खिलाफ आन्दोलन से हुआ था, लेकिन आज यह पार्टी खुद भ्रष्टाचार के दलदल में फंस चुकी है. हमारे दो-दो मंत्री जेल में हैं, हमारे मुख्मंत्री जेल में हैं. हमारी सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं. मैं नहीं समझता कि हमारे पास सरकार में रहने का अब कोई नैतिक बल रह गया है."
दलित पार्षद, विधायक और मंत्री का कोई सम्मान नहीं हैं
पूर्व मंत्री ने लिखा," इस पार्टी में दलित पार्षद, विधायक और मंत्री का कोई सम्मान नहीं हैं. पार्टी के अग्रणी नेताओं में कोई दलित नहीं है. इस पार्टी से एक भी दलित राज्यसभा मेम्बर नहीं है. एक भी दलित विधायक किसी प्रदेश का प्रभारी नहीं है. दिल्ली की किसी भी मंडी में कोई दलित चेयरमैन नहीं है. दिल्ली सरकार के 28 कॉलेजों में एक भी चेयरमैन दलित नहीं है. मेरे लिए एक दलित आइडेंटिटी के साथ इस सरकार में रहना बहुत मुश्किल है. इसलिए मैं मंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं."
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