राजगढ़. मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिला अस्पताल से एक बार फिर बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है. यहां पीआईसीयू वार्ड (PICU Ward) में डेढ़ घंटे तक बिजली नहीं रही. यहां गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए बच्चे भर्ती रहते हैं. ऐसे में अस्पताल में बिना बिजली के ऑक्सीजन सप्लाई भी बाधित रही. ऐसे में किसी जनहानि की स्थिति से इनकार नहीं किया जा सकता था.
करोड़ों के पीआईसीयू वार्ड किस काम के?
करोड़ों की लागत से बने जिला अस्पताल (District hospital rajgarh) के पीआईसीयू वार्ड में छोटे बच्चों को गंभीर अवस्था में भर्ती किया जाता है, जहां वेंटिलेटर पर भी बच्चों को रखा जाता है. ऐसे में इस वार्ड की ऑक्सीजन व बिजली सप्लाई रुक जाना एक बड़ी लापरवाही है. गौरतलब है कि यहां के सिविल सर्जन लगातार अव्यवस्थाओं के कारण जनप्रतिनिधियों के निशाने पे रहते हैं और इन्हें हटाने की मांग भी लगातार की जा रही है.
पीआईसीयू वार्ड में बैकअप क्यों नहीं?
राजगढ़ जिला अस्पताल में 10 बैकअप जनरेटर रखे गए हैं, इसके बावजूद हालत यह है कि पीआईसीयू वार्ड में जनरेटर से बिजली सप्लाई नहीं हो पाती. इस मामले में यहां के प्रबंधक का जवाब भी बड़ा ही अजीबोगरीब है, राजगढ़ जिला अस्पताल के प्रबंधक कहते हैं कि ऐसी स्थिति में पेशेंट को रेफर करने का इंतजाम करके रखा गया है. पीआईसीयू वार्ड में जनरेटर से बिजली सप्लाई के कनेक्शन करने के लिए कई बार लिखित में आवेदन भी दे चुके हैं.
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डॉक्टर्स का ये है कहना -
पीआईसीयू की डॉक्टर शिशु रोग विशेषज्ञ चंदा दांगी ने कहा, ' यहां पर पहले भी ऐसी चीजें हो चुकी हैं. उस टाइम पर भी हमने लिखित में आवेदन भी दिया, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है. ऐसे में कई बच्चे जो की ऑक्सीजन सपोर्ट और वेंटीलेटर के सहारे एडमिट हैं उनको बड़ी हानि भी हो सकती है. हमने बीते सोमवार को ही इसके लिए आवेदन दिया लेकिन 6 दिन बीत जाने पर भी किसी तरह की कोई सूचना अभी तक हमे नहीं मिली है.'