राजगढ़: हाल ही में राजगढ़ कलेक्टर का पदभार संभाल वाले कलेक्टर गिरीश कुमार मिश्रा अपने तुरंत रिएक्शन के कारण कम समय में ही चर्चा में आ गए हैं. सोमवार को जहां लोकायुक्त की टीम ने सारंगपुर एसडीएम के रीडर को 5 हजार रुपए की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया है. वहीं देर शाम कलेक्टर ने जनसंपर्क विभाग के ऑफिशियल व्हाट्सेप ग्रुप के माध्यम से आदेश जारी करते हुए एसडीएम के घूसखोर रीडर को निलंबित कर दिया है.
रिश्वत लेते धराए एसडीएम के रीडर
मिली जानकारी के मुताबिक यह पूरा घटनाक्रम जमीनी मामले से जुड़ा हुआ है. जिसमें फरियादी आयाज बेग के किसी जमीन के नामांतरण का प्रकरण एसडीएम कोर्ट में चल रहा था. जिसके बदले में फरियादी आयाज बैग से सारंगपुर एसडीएम कार्यालय में पदस्थ रीडर शक्ति सिंह द्वारा 30 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की जा रही थी. फरियादी ने जिसकी शिकायत लोकायुक्त से की और तय कार्यक्रम के अनुसार फरियादी एसडीएम के रीडर को रिश्वत के 5 हजार रुपये देने के लिए पहुंचा. जिसे लोकायुक्त की टीम ने धर दबोचा और उसके विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है.
कलेक्टर ने किया निलंबित
देर शाम तक यह मामला मीडिया व सोशल मीडिया के माध्यम से कलेक्टर के संज्ञान में आया. इसके बाद कलेक्टर ने राजगढ़ जिला जनसंपर्क विभाग के अधिकारी सुनील तिवारी के माध्यम से जनसंपर्क विभाग के ऑफिशियल व्हाट्सएप ग्रुप में जानकारी साझा की. जिसमे लिखा गया कि कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा ने सारंगपुर एसडीएम कार्यालय में पदस्थ लिपिक शक्ति सिंह को लोकायुक्त द्वारा रिश्वत लेते हुए पकड़े जाने के कारण तत्काल निलंबन के आदेश दिए हैं. उक्त संबंधित मामले की जांच के भी कलेक्टर द्वारा आदेश दिए गए हैं.
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जमीनी मामले में मांगी गई थी रिश्वत
लोकायुक्त टीम की निरीक्षक उमा कुशवाह ने बताया कि "आयाज बेग ने शिकायत की थी, कि मस्जिद की जमीन के नामांकन के संबंध में एसडीएम कोर्ट में उसका प्रकरण चल रहा है. जिसमें एसडीएम साहब के रीडर द्वारा फरियादी से 30 हजार रुपए की रिश्वत की मांगने की शिकायत मिली थी. जिसके बाद हमने शिकायत को सही पाए जाने पर पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया.