राजगढ़: मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में शैक्षणिक व्यवस्था को सुधारने के लिए कई तरह के नए कदम उठाए गए हैं. कलेक्टर ने जिले के कुछ स्कूलों को चिन्हित किया है, वहां के शिक्षक की मॉनिटरिंग की जाती है. इससे कई तरह की जानकारियां जुटाई जाती हैं. कलेक्टर द्वारा किए गए इस अनोखे नवाचार की खूब चर्चा हो रही है. इस व्यवस्था को लेकर ईटीवी भारत ने जिले के कलेक्टर गिरीश कुमार मिश्रा से बात किया है.
नहीं खुलता है समय पर स्कूल
कलेक्टर गिरीश कुमार ने कहा, "कुछ जन शिक्षा केंद्र और स्कूलों को मैंने चिन्हित किया है. जहां शिक्षक की उपस्थित समय पर नहीं है और स्कूल भी समय पर नहीं खुलते हैं. इसको लेकर दो तरह की रणनीति मैंने तैयार की है. मैंने 3 उड़नदस्ते बनाया है. जिसमें डाइट प्राचार्य, डीपीसी और जिला शिक्षा अधिकारी शामिल है."
निर्देशित स्कूल का होगा मॉनिटरिंग
उन्होंने आगे कहा, "इस काम में एपीसी और सहायक संचालक को भी लगाया गया है. हमारा उद्देश्य है कि उड़नदस्ता को सप्ताह में 2 दिन जिस स्कूल में निर्देशित करूंगा, उस विद्यालय में जाएगा. जबकि बच्चों की शैक्षणिक स्थिति और शिक्षा की गुणवत्ता के साथ अन्य चीजों की भी मॉनिटरिंग करेगा."
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लापरवाही करने पर मिलेगा नोटिस
उन्होंने कहा, हमने टीचर्स की उपस्थिति को लेकर वीडियो कॉलिंग भी स्टार्ट की है. स्कूल खुलने के समय शिक्षक से बात करते है. उनकी उपस्थिति के साथ अन्य जानकारी भी हासिल करते हैं. जहां अव्यवस्था और लापरवाही का मामला सामने आता है उन शिक्षकों को नोटिस जारी करते है.