जयपुर. 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी और राजस्थान एसीबी के डीजी राजीव शर्मा मंगलवार को रिलीव हो गए. राजीव शर्मा ने राजस्थान एसीबी के एडीजी हेमंत प्रियदर्शी को एसीबी डीजी का चार्ज सौंपा. डीजी राजीव शर्मा को केंद्र सरकार की ओर से ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट का डीजी नियुक्त किया गया है. अब वे बीपीआरडी की कमान संभालेंगे.
अपने कार्यकाल के बारे में एसीबी डीजी राजीव शर्मा ने कहा कि केवल 2 महीने के कार्यकाल के दौरान आमजन को भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरूक करना प्राथमिकताओं में शामिल रहा. आमजन को एसीबी हेल्पलाइन के बारे में जानकारी देकर भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायत करने के बारे में जागरूक किया गया. उन्होंने कहा कि सरकारी कार्यालयों में भी अभियान चलाकर 1064 हेल्पलाइन नंबर के पोस्टर चस्पा कर लोगों को भ्रष्टाचार की शिकायत करने के बारे में कहा गया.
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हेल्पलाइन नंबर के पोस्टर लगाए गए : प्रदेश भर के सभी सरकारी कार्यालयों में एसीबी के हेल्पलाइन नंबर के पोस्टर लगाए गए. किसी भी काम से कोई व्यक्ति किसी सरकारी कार्यालय में आता है, तो यह पोस्टर कार्यालय के सामने ही दिखे, ताकि उसके साथ किसी तरह की कोई अनुचित डिमांड हो, तो वह एसीबी तक पहुंच सके. इसके रिजल्ट भी सामने आए हैं. एसीबी के हेल्पलाइन नंबर पर आने वाली शिकायतों में बढ़ोतरी भी हुई है. आगे भी एसीबी टीम भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी मुहीम जारी रखेगी.
भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई : डीजी राजीव शर्मा ने कहा कि पब्लिक अवेयरनेस का कार्य लगातार जारी रहेगा. अगर कोई रिश्वत लेता है तो उसके खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाएगी. बस स्टैंड समेत तमाम पब्लिक पैलेस पर जनता को भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरूक करने का प्रयास किया गया है. साथ ही जिन सरकारी कर्मचारी और अधिकारियों की शोहरत खराब है और भ्रष्ट अधिकारी हैं, उनके खिलाफ सूचनाएं एकत्रित करके उनके खिलाफ कार्रवाई करने का काम कर रहे हैं.