Rajdhani Shatabdi Vande Bharat: देश की राजधानी दिल्ली और आर्थिक राजधानी मुंबई को सीधे जोड़ने वाले दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग पर अब 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलाने की तैयारी पूरी कर ली गई है. इस रेलमार्ग पर अलग-अलग सेक्शन में ट्रैक को 160 की स्पीड के लिए तैयार कर लिया गया है. स्पीड ट्रायल और सभी सुरक्षा मानकों के मामले में अपग्रेड होने के बाद रेलवे इस रेल मार्ग पर वर्तमान में चलने वाली राजधानी और दुरंतो एक्सप्रेस को 160 की स्पीड से चलाने की तैयारी कर चुका है. इन ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाए जाने से दिल्ली और मुंबई के बीच की यात्रा का समय 15 से 16 घंटे की बजाय अब 12 घंटे ही लगेगा.
कैसे बढ़ाई जा रही ट्रेनों की स्पीड
इस रेलवे ट्रैक पर ट्रेनों को 160 किलोमीटर की रफ्तार से चलने के लिए ट्रैक को अपग्रेड किया गया है. जिसमें ट्रेनों की स्पीड लिमिट वाले कर्व को खत्म किया गया. जिन कर्व को पूर्ण रूप से खत्म नहीं किया जा सका, वहां भी ट्रेनों की रफ्तार लिमिट 100 से अधिक तक बढ़ाई गई है. रेलवे फाटक पर ओवर ब्रिज, अंडर ब्रिज बनाकर रेलवे क्रॉसिंग को 90% तक खत्म किया गया है. इसके साथ ही पुराने पुल और पुलियाओं को भी अपग्रेड किया गया है. स्वदेशी रूप से विकसित स्वचालित ट्रेन प्रोटेक्शन (ATP) सिस्टम कवच इंस्टॉल हो जाने से ना केवल इस रेलवे ट्रैक को जीरो एक्सीडेंट जोन बना दिया जाएगा, बल्कि इस रेल मार्ग पर ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने में भी कवच की मदद मिलेगी.
जानिए किन ट्रेनों की बढ़ाई जाएगी स्पीड
रेलवे ने विभिन्न जोन के अंतर्गत आने वाले रेल मंडलों को ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने के संबंध में निर्देश जारी किए है. दिल्ली से मुंबई के बीच सेमी हाई स्पीड से चलने वाली राजधानी, दूरंतो और अगस्त क्रांति एक्सप्रेस की अधिकतम स्पीड को अपग्रेड कर 160 तक ले जाने की योजना रेलवे की है. आने वाले दिनों में इसके लिए इन यात्री गाड़ियों के टाइम टेबल को अपग्रेड करने की तैयारी भी कर ली है. इसके बाद दिल्ली मुंबई के बीच यात्रा का समय भी इन प्रीमियम ट्रेनों में कम लगेगा.
कोच-इंजन और इंफ्रास्ट्रक्चर को किया गया अपग्रेड
दरअसल दिल्ली- मुंबई रेल मार्ग को 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनों को चलाने के लिए 2019 से ही रेलवे की तैयारीयां जारी है. इसके लिए नई तकनीक के कोच और इंजन तैयार करने के साथ इंफ्रास्ट्रक्चर को भी अपग्रेड किया गया है. अब यह रेल मार्ग 160 की स्पीड के लिए फिट और अपग्रेड हो चुका है. इसके बाद अब इस रेल मार्ग पर राजधानी, दुरंतो और भविष्य में वंदे भारत ट्रेनें भी फर्राटा भरते दिखाई देंगी.
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रतलाम डीआरएम रजनीश कुमार ने ईटीवी भारत से चर्चा में बताया कि रतलाम रेल मंडल के अंतर्गत नागदा से गोधरा के बीच रेलवे ट्रैक पर कुल 10 ऐसे कर्व थे. जहां ट्रेनों की स्पीड को 60 और 70 की लिमिट में रखना पड़ता था. इस रेल मार्ग पर स्पीड को बढ़ाने के लिए इन सभी शार्प कर्व को सुधारा गया है. जिसमें इन शार्प कर्व को जितना संभव हो सीधा किया गया. इसके बाद अब ट्रेनों की स्पीड यहां 130 से 160 के बीच रह सकेगी.