जोधपुर. राज्य विधानसभा में शून्यकाल के दौरान शुक्रवार को नाथद्वारा विधायक विश्वजीत सिंह मेवाड़ ने धर्म के नाम पर मनोरंजन स्थल विकसित करने का मामला उठाया. उन्होंने बिना नाम लिए एक व्यवसायिक ग्रुप द्वारा विशालकाय भगवान शिव की मूर्ति बनाकर विकसित किए गए मनोरजन केंद्र पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि क्या सरकार ऐसे स्थानों को लेकर कोई नीति बनाएगी या कार्रवाई भी करेगी. ऐसी गतिविधियों को रोका जाएगा, क्योंकि धर्म के नाम पर विकसित होते पर्यटन स्थल से धर्म स्थल का रखाव नहीं होता है और आस्था फीकी पड़ जाती है.
विधायक ने नियम 295 के तहत कहा कि नाथद्वारा एक मंदिर मूर्ति के लिए प्रसिद्ध है, जिससे हमें धर्म, इतिहास की शिक्षा मिलती है, लेकिन यहां पर एक और विशालकाय मूर्ति है. जिसमें प्रवेश कर कंधे तक चढ़ सकते हैं. मूर्ति का ऐसा उपयोग धार्मिक नहीं हो सकता. इसे अधर्म का ही प्रतीक कहा जा सकता है. इसके अलावा एक हनुमान जी की भी मूर्ति बनेगी. विधायक ने कहा कि सरकार से निवेदन है कि क्या स्थानीय लोगों की भावना और धार्मिक क्रियाओं को ध्यान में रखकर अनुमति दी जाएगी.
कीमती जमीन पर अतिक्रमण, अवैध बुचड़खाने : खंडार के विधायक जितेंद्र कुमार गोठवाल ने अपने क्षेत्र में गत सरकार के कार्यकाल के दौरान एक समुदाय के लोगों द्वारा करोड़ों रुपये की भूमि अतिक्रमण करवाए जाने का मामला उठाया. गोठवाल ने कहा कि इसकी जांच करवाई जाए. इस मामले में नेता और अधिकारियों के नाम सामने आएंगे. बेशकीमती जमीन पर लोग काबिज हैं. सरकार इसे मुक्त करवाए. नसीराबाद विधायक रामसुख लामा ने अपने विधानसभा क्षेत्र में अवैध चल रहे बूचड़खाने का मामला उठाया. विधायक ने कहा कि बूचड़खानों को शहर से दूर संचालित करने की व्यवस्था थी गई, लेकिन बूचड़खानों का संचालन शहर में होने लगा है. जिसमें अधिकारियों की मिलीभगत है. पुलिस इसमें सहयोग नहीं दे रही है.
जवाब देरी से मिल रहे हैं, विधानसभा अध्यक्ष ने चेताया : शून्यकाल में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव से ठीक पहले विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि मैं सभी मंत्रियों और अधिकारियों को सूचित करना चाहता हूं कि ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जवाब तीन दिन पहले मिल जाने चाहिए. इस पर विपक्ष ने टिप्पणी की तो देवनानी ने कहा ऐसा पहले भी होता था. संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम ने इस पर कहा कि सरकार इसको लेकर सक्रिय है इसे और सक्रियता से लागू किया जाएगा. आपके आदेशों की अवहेलना नहीं होगी. इस पर विपक्ष के नेता ने कहा कि अगर पालन होती तो अध्यक्ष को कहना नहीं पड़ता.
राई का बाग स्टेशन का नाम सुधरवाएगी सरकार : ध्यानाकर्षण के तहत रानीवाड़ा विधायक रतन देवासी ने राय का बाग स्टेशन के नाम में हुई त्रुटि का मामला उठाया, जिसपर मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि इस प्रकरण की पूरी रिपोर्ट हमारे पास आ गई है. नाम में त्रुटि अभी नहीं हुई है, लंबे समय से हो रखी है. हम पूरे समाज को आश्वस्त करते हैं कि इसको लेकर सरकार रेलवे से बात करेगी और त्रुटि को समाप्त करवाएगी. समाज को कोई प्रदर्शन नहीं करना पड़ेगा.
उदयपुर में भूखंड घोटाले की जांच होगी, दोषी दंडित होंगे : ध्यानाकर्षण के तहत उदयपुर के विधायक ताराचंद जैन ने यूआईटी के समय से नगर निगम को स्थानांतरित हुए भूखंडों में हुए घोटाले का मामला उठाया. विधायक ने कहा कि 300 करोड़ से ज्यादा रुपये का यह घोटाला है. जवाब में नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि इस मामले की पहले जांच हुई है, लेकिन हम एक बार फिर जांच करवाएंगे और दोषी के खिलाफ कार्रवाई करेंगे.