जयपुर. राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस के उपलक्ष में बुधवार को राजस्थान पुलिस अकादमी में राज्य स्तरीय समारोह आयोजित किया गया. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सेरेमोनियल परेड की सलामी ली. उत्कृष्ट सेवाओं के लिए पुलिस अधिकारियों और जवानों को पुलिस पदक प्रदान करके सम्मानित किया गया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पुलिस डिपार्टमेंट के लिए तीन बड़ी घोषणाएं भी की. इसके बाद राजस्थान पुलिस अकादमी में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया.
राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और मुख्यमंत्री ने परेड की सलामी ली. उन्होंने सभी को पुलिस स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दी.
सीएम ने की तीन बड़ी घोषणाएं: पुलिस स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राजस्थान पुलिस कल्याण निधि के लिए डेढ़ करोड़ रुपए की घोषणा की है. राजस्थान पुलिस वेलफेयर फंड के लिए एक करोड़ रुपए की घोषणा की है. उत्सव फंड 2023- 24 के फंड को एक करोड़ से बढ़ाकर डेढ़ करोड़ रुपए किया गया. मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान पुलिस की आधुनिकीकरण से पुलिस के इकबाल को बुलंद करने की दिशा में राज्य सरकार के स्तर से हर संभव प्रयास किए जाएंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान पुलिस ने अपने 75 वर्ष के गौरवशाली इतिहास में वीरता, कर्तव्य निष्ठा और जन सेवा की मिसाल पेश की है. राजस्थान पुलिस की यह यात्रा अति महत्वपूर्ण रही है.
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प्रदेश में कानून का राज हो, यह सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है: मुख्यमंत्री ने कहा कि आमजन और गरीब जब कोई शिकायत लेकर थाने में आए तो उन्हें पुलिस के व्यवहार से यह लगे कि हमारी हमदर्दी उस व्यक्ति के साथ है. प्रदेश में कानून का राज हो, यह सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. बिना किसी दबाव के निष्पक्षता और पारदर्शी तरीके से अपना कर्तव्य निभाएं. आमजन, गरीब, मजदूर और दलित और कमजोर वर्ग के लोगों के शांतिपूर्वक जीवन में कोई भी अपराधी दखल नहीं दे.
राजस्थान पुलिस भी खुद को आधुनिक बना रही है: मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून तोड़ने वाले और अराजकता फैलाने वालों को नहीं बख्शा जाएगा. समय के साथ अपराधों के तरीके बदल रहे हैं. ऐसे में राजस्थान पुलिस भी खुद को आधुनिक बना रही है. अपराधों से निपटने के लिए पुलिस को आधुनिक हथियारों, फॉरेंसिक साइंस और अपराध की रोकथाम जैसी तकनीक युक्त बनाया जा रहा है. महिलाओं के लिए अपराध मुक्त वातावरण बनाने के लिए प्रयास किया जा रहा है. सड़क दुर्घटनाएं, साइबर अपराध, भ्रष्टाचार जैसी चुनौतियां अभी भी है, लेकिन राजस्थान पुलिस हर चुनौती का सामना करने के लिए तत्पर है. प्रदेश में शांति और कानून व्यवस्था को बनाए रखना हमारी पहली प्राथमिकता है.
महिला और दलित अत्याचार मामलों के लिए सरकार के कड़े फैसले: मुख्यमंत्री ने कहा कि रामराज की परिकल्पना को साकार करते हुए हमारी सरकार आमजन की जान माल की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से मुस्तैद है. अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगाने और प्रभावी कार्रवाई करने के लिए स्पेशल टीमें गठित की गई है. पेपर लीक मामलों में एसआईटी और बदमाशों के लिए एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन किया गया. महिला और दलित अत्याचार मामलों के लिए सरकार कड़े फैसले लेकर सुरक्षा की प्रतिबद्धता को धरातल पर मूर्त रूप देने के लिए काम कर रही है.
अपराध के आंकड़ों में गत वर्ष की तुलना में गिरावट: मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराध के आंकड़ों में गत वर्ष की तुलना में गिरावट आई है. एंटी रोमियो स्क्वायड का गठन करके महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है. पुलिस थानों में महिला डेस्क की स्थापना की गई है. इसमें महिला पुलिसकर्मियों की नियुक्ति की गई है. पुलिस आधुनिकीकरण और साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए केंद्र सरकार से समन्वय स्थापित कर भारत सरकार के गृह मंत्रालय से पुलिस कर्मियों की आवास और बैरक सुविधा के लिए 228 करोड़ के आवासीय ऋण स्वीकृत करके निर्माण कार्रवाई शुरू की जा रही है.
पुलिस ने भाईचारा बनाए रखने में सक्रिय भूमिका निभाई: डीजीपी यूआर साहू ने पुलिस जवानों के बलिदान को नमन करते हुए कहा कि राजस्थान पुलिस ने 16 अप्रैल 1949 से अब तक 75 वर्ष के शानदार सफर में आमजन की सुरक्षा और कानून व्यवस्था को बनाए रखने में अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया है. पुलिस ने प्रदेश में प्रेम और भाईचारे को बनाए रखने में सक्रिय भूमिका निभाई है.
उत्कृष्ट कार्य करने वालों का सम्मान: जयपुर की राजस्थान पुलिस अकादमी में सेरेमोनियल परेड में राजस्थान पुलिस अकादमी, चतुर्थ एवं पांचवी बटालियन आरएसी, हाड़ी रानी बटालियन, एसडीआरएफ, जीआरपी, एमबीसी और ईआरटी की एक-एक प्लाटून के अलावा जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की तीन प्लाटून ने भाग लिया. उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस अधिकारियों और जवानों को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सम्मानित किया. कार्यक्रम में राजस्थान पुलिस के मुखिया डीजीपी यूआर साहू, चीफ सेक्रेटरी सुधांश पंत समेत पुलिस के आलाधिकारी और जवान मौजूद रहे.
दौसा में भी मनाया स्थापना दिवस: पुलिस स्थापना दिवस को लेकर बुधवार को दौसा पुलिस लाइन में कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इस दौरान दौसा एसपी रंजिता शर्मा सहित जिला हेड क्वार्टर एडिशनल एसपी दिनेश अग्रवाल और लालसोट एडिशनल एसपी लोकेश लोनवाल ने पौधरोपण किया. साथ ही पुलिस जवानों ने रक्तदान किया. इस अवसर पर एसपी ने जिले के सभी पुलिसकर्मियों को राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस की बधाई दी. साथ ही जिले के 45 पुलिसकर्मियों को अति उत्तम सेवा और उत्तम सेवा चिन्हों से सम्मानित किया गया. वहीं आयोजन में एसपी सहित अन्य पुलिसकर्मियों ने देश में शहीद हुए पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि देकर पुष्प अर्पित किए
दौसा में ये पुलिसकर्मी हुए सम्मानित: दौसा एसपी रंजिता शर्मा ने बताया कि राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस के अवसर पर जिले के मेहंदीपुर बालाजी थाने में तैनात एएसआई शीशराम आर्य सहित हेड कांस्टेबल लालाराम, प्रेमनारायण, कांस्टेबल सुमित कुमार, श्यामलाल, धर्मसिंह, हुकमचंद, राधेश्याम, मिट्ठनलाल और चालक हीरालाल को अति उत्तम सेवा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया.
उत्तम सेवा के लिए ये हुए सम्मानित: पुलिस कार्यप्रणाली में उत्तम कार्य करने के लिए सब इंस्पेक्टर सचिन शर्मा, एएसआई जयदेव, हेड कांस्टेबल रघुवीर सिंह, ओमप्रकाश, पुनीलाल, श्रीफुल, कांस्टेबल, रेखा, देवी सिंह, संजय जांगिड, सुरेश कुमार, दीपक कुमार, कृष्णचंद, मनमोहनी, शैलेंद्र, प्रकाश मौर्य, खेमराज, धारा सिंह, कमलेश, नेमीचंद, सुरेश, जितेंद्र, टुंडाराम, माया गुर्जर, उमेश, यशवंत, बाबूलाल, रविन्द्र, सोनू, रविंद्र, जितेंद्र, अवनीश, निर्मल, जशवंत, महेश और चालक अख्तर खां को उत्तम सेवा प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया.