उदयपुर. लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण के लिए प्रदेश में 13 सीटों पर शांतिपूर्ण मतदान जारी है. उदयपुर में बहुचर्चित कन्हैया हत्याकांड का मुद्दा लोकसभा चुनाव में भी छाया रहा. लोकतंत्र के इस महापर्व में अपने वोट की आहुति देने के लिए कन्हैयालाल टेलर के दोनों बेटों यश और तरुण भी शुक्रवार को पोलिंग बूथ पर पहुंचे और अपने मताधिकार का प्रयोग किया. इस दौरान ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए कन्हैया के दोनों बेटों ने अपना दर्द एक बार फिर बयां किया.
कन्हैया के बड़े बेटे यश ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में हमारे परिवार का कहना था कि मेरे पिता की मौत के मुद्दे को सियासी न बनाया जाए. यश ने कहा कि हमारे परिवार की एक ही आस है कि आरोपियों को जल्द उनके गुनाहों की सजा मिले. यश ने कहा कि हमें सिर्फ न्याय चाहिए. राजनेताओं की ओर से आरोप-प्रत्यारोप की बजाय अगर मेरे पिता को न्याय दिलाने पर फोकस किया जाता, तो अब तक हमें इंसाफ मिल चुका होता.
राजनीति नहीं होनी चाहिए : यश ने कहा कि मेरे पिता के हत्याकांड के बाद जब हमारे घर पर बड़ी संख्या में नेताओं के आने-जाने का सिलसिला लगा था, तो सबका यही कहना था इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाकर जल्द ही आरोपियों को सजा दिलाई जाएगी, लेकिन अब तक कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई. यश ने कहा कि जब चुनावी सभा में जब नेताओं की जुबान पर पिता की हत्या का मुद्दा सुनता हूं, तो मन में यही विचार आता है कि मेरे पिता को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए.
बेटे ने लिया है प्रण : बता दें कि कन्हैया के बड़े बेटे यश ने अपने पिता के हत्या के बाद एक प्रण लिया है कि जब तक उनके पिता के हत्यारों को उनके गुनाहों की सजा नहीं मिलेगी, तब तक वह नंगे पैर ही रहेंगे. यश ने अब तक अपने बाल भी नहीं कटवाए हैं. यश ने कहा कि यह प्रण नहीं है. यह इंसाफ के लिए एक आस है.
सरकार से की अपील : कन्हैया के बेटे यश ने कहा कि इस मामले को लेकर सरकार से यही अपील है कि जल्द से जल्द इस पूरे मामले को सुलझाया जाए, जिससे आरोपियों को उनके गुनाहों की सजा मिल सके. उन्होंने कहा कि एनआईए का कहना है कि वह इस पूरे मामले को लेकर जांच में जुटी है.