जयपुर. देश में हो रहे लोकसभा चुनाव के बीच फिलॉसफर और कांग्रेस के थींकटैंक कहे जाने वाले सैम पित्रोदा के बयान ने राजनीति के पारे को गरमा दिया है. पित्रोदा ने भारत के पूर्वोत्तर के लोगों को चीनी नागरिकों जैसा तो दक्षिण के लोगों को साऊथ अफ्रीका के नागरिकों की तरह बताया. सैम पित्रोदा के इस बयान के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी और राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी ने तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नस्ल के आधार पर देश के विभाजन का षड्यंत्र रच रही है.
नस्लभेद की मानसिकता को किया प्रदर्शित : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कांग्रेस के सैम पित्रोदा की ओर से देशवासियों को लेकर दिए गए बयान की कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा कि पित्रोदा का यह बयान अंग्रेजों की ओर से भारतीयों पर रंगभेद, नस्लभेद की मानसिकता के आधार पर किए गए अत्याचार को प्रदर्शित करता है. भारत विश्व गुरु रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत उसी दिशा में आगे बढ़ रहा है. ऐसे समय में दूसरे देशों से तुलना कर भारत को आगे बढ़ने से रोकने का प्रयास किया जा रहा है.
विभाजनकारी नीति कांग्रेस की सोच : जोशी ने कहा कि अनेकता में एकता भारत की ताकत है. रंग-रूप के आधार पर टिप्पणी शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया में भारत की ख्याति बढ़ा रहे हैं और कांग्रेस अपने बयानों से देशवासियों को अपमानित कर रही है. कांग्रेस की विभाजनकारी नीति ने देश को कमजोर किया. कांग्रेस ने देश की एकता और अखंडता को ठेस पहुंचाई, फूट डालो शासन करो की नीति अपनाई. विभाजनकारी नीति कांग्रेस की सोच है. देश को धर्म, जाति और रंग के आधार पर बांटने की कोशिश की जा रही है.
देश विभाजन का षड्यंत्र : राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि भाजपा की पंच निष्ठा में शामिल है. भारत संस्कृतिक राष्ट्र है जो सनातन से चला आ रहा है, जबकि कांग्रेस पार्टी यह मानती है कि भारत एक राष्ट्र नहीं है बल्कि कई राष्ट्रों का समन्वय है. भाजपा मानती है कि भारत में कोई मिली जुली संस्कृति नहीं है, ऋग्वेद से लेकर कलयुग तक जो चली आ रही है वह एक ही संस्कृति है. तिवाड़ी ने कहा कि सत्यनारायण गंगाराम पित्रोदा मतलब सैम पित्रोदा क्योंकि पित्रोदा को भगवान के नाम 'सत्यनारायण' और 'गंगाराम' से भी परहेज है, इसलिए उन्होंने अपना नाम बदलकर सैम पित्रोदा कर लिया.
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धूल चेहरे पर और साफ आईना किया जा रहा : उन्होंने कहा कि सैम पित्रोदा कांग्रेस के थिंक टैंक, राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी के विचारक हैं. उनका बयान दर्शाता है कि कांग्रेस नस्ल के आधार पर भारत के विभाजन का षड्यंत्र रच रही है. जिस प्रकार से पित्रोदा का बयान सामने आया है उससे साफ है कि यह लोग नस्ल के आधार पर देश का विभाजन करना चाहते हैं. कांग्रेस ने भले ही सैम पित्रोदा को ओवरसीज कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिलवा दिया हो, लेकिन इससे विचार बदलने वाले नहीं. कांग्रेस ठीक उसी तरह से कर रही जैसे धूल चेहरे पर है और साफ आईना किया जा रहा है.
मुस्लिम डेटा रिलीज होना चाहिए : चुनाव के दौरान मुस्लिम आबादी में बढ़ोतरी से जुड़ा डेटा रिलीज करने के सवाल पर घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि यह बहुत पहले रिलीज हो जाना चाहिए था. भारत दुनिया में एकमात्र ऐसा देश है जहां अल्पसंख्यकों की जनसंख्या सबसे ज्यादा बढ़ी है. खास तौर पर मुसलमान की जनसंख्या बढ़ी है. सिख और जैनियों की जनसंख्या में कमी आई है, जो इस बात का प्रतीक है कि भारत में भौगोलिक रूप से जनसंख्या में बदलाव का प्रयास किया जा रहा है. इससे भी सावधान रहना जरूरी है. तिवाड़ी ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण का कानून समय की आवश्यकता है, लेकिन अभी सरकारे उसे सामान्य नियमों के तहत जनसंख्या नियंत्रण करने का प्रयास कर रही है. तीसरी बार भाजपा की सरकार बनेगी तो अपने आप ही जनसंख्या नियंत्रण कानून आएगा क्योंकि मोदी की बात सब मानते हैं.