रायपुर: NEET UG 2024 के रिजल्ट को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. देश भर के अलग-अलग शहरों में छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्र नीट रिजल्ट रद्द करने और दोबारा परीक्षा कराने की मांग कर रहे हैं. नीट रिजल्ट को लेकर एनएसयूआई ने रायपुर में प्रदर्शन किया. एनएसयूआई ने मांग की है कि रिजल्ट रद्द किया जाए. इसके साथ ही इस मामले की सीबीआई से जांच कराए जाने की भी बात कही है.
NSUI का विरोध प्रदर्शन: एनएसयूआई प्रदेश उपाध्यक्ष अमित शर्मा ने कहा कि, "NEET परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था एक प्राइवेट संस्था है. सरकार ने प्राइवेट एजेंसियों के हाथों में छात्रों का भविष्य दे दिया है. नीट परीक्षा में एक साथ इतनी संख्या में एक जैसे नंबर मिलना संदेह पैदा करता है. यह लाखों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है. छात्र इसके लिए सालों मेहनत करते हैं. इसलिए सरकार को इसमें दखल देते हुए इस परीक्षा परिणाम को रद्द कर देना चाहिए. सीबीआई से जांच करा कर जिम्मेदारों के खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए."
ग्रेस मार्क्स पर उठाए सवाल: दरअसल, नीट परीक्षा के परिणाम में एक साथ 67 विद्यार्थियों के 720 में से 720 अंक मिले हैं. पिछले कई वर्षों के परीक्षा परिणाम पर नजर डाला जाए तो गिनती के छात्रों के ही 720 में से 720 अंक आते थे, लेकिन इस बार एक साथ 67 विद्यार्थियों कोे 720 में से 720 अंक आए हैं. इस पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. एनएसयूआई ने छात्रों को दिए गए ग्रेस मार्क्स पर भी सवाल उठाया. साथ ही कहा कि कुछ विद्यार्थियों को 718 और 719 अंक भी आए हैं, जबकि नियमानुसार किसी भी तरह से किसी छात्र के 718 और 719 अंक नहीं आ सकते. नीट में 200 प्रश्न होते हैं, जिसमें छात्रों को 180 प्रश्न का उत्तर देना होता है. प्रत्येक प्रश्न के लिए 4 अंक निर्धारित होते हैं. एक गलत होने पर चार अंक कम होने के साथ एक अंक माइनस होता है, ऐसे में एक प्रश्न गलत होने पर 718 या 719 अंक संभव ही नहीं है.
बता दें कि इस प्रदर्शन में प्रदेश उपाध्यक्ष अमित शर्मा, संगठन महामंत्री हेमंत पाल, ज़िला अध्यक्ष शहर शान्तनु झा, ज़िला अध्यक्ष ग्रामीण प्रशांत गोस्वामी, मीडिया चेयरमैन संकल्प मिश्रा, प्रदेश महासचिव निखिल वंजारी सहित कई स्टूडेंट्स शामिल रहे.