रायपुर: भिलाई के रहने वाले हेमंत कुमार साहू ने बीते दिनों डीडी नगर थाने पहुंचा और 16 लाख रुपये की ठगी की शिकायत दर्ज कराई. साहू ने बताया कि साउथ कोरिया में रहने वाले उसके रिश्तेदार जनवरी में रायपुर आए थे. इस दौरान 12 जनवरी को उनके पास अज्ञात नंबर से फोन आया. आरोपियों ने खुद को फ्यूचर जनरली लाइफ इंश्योरेंस कंपनी का एजेंट बताया और कंपनी की पॉलिसी के आकर्षक ऑफर के रूप में बताया.
प्रीमियम जमा करने 16 लाख रुपये किए ट्रांसफर: आरोपियों ने पीड़ित को अपने झांसे में लेने के लिए बीमा कंपनी की आईडी से पॉलिसी और प्रीमियम की जानकारी भेजी. पीड़ित उनके झांसे में आ गया और दो किस्तों में 7 लाख और 9 लाख इस तरह से 16 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए. कुछ दिनों बाद आरोपियों ने फोन किया और कहा कि भेजी गई राशि गलत एकाउंट में चली गई है. दोबारा पैसे भेजे. इसके बाद पीड़ित को अपने साथ ठगी का एहसास हुआ. थाने में केस दर्ज कराया गया. इसके बाद रायपुर पुलिस ने आरोपी ठगों की तलाश शुरू की. साइबर और क्राइम की टीम ने बड़ी भूमिका निभाई. एक टीम दिल्ली भेजी गई. आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.
दिल्ली और नागपुर में मिले आरोपी: मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर रायपुर पुलिस ने दिल्ली के मयूर विहार से अरुण कुमार दुबे को गिरफ्तार किया. अरुण कुमार दुबे से जब कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने अपने दो और साथी नितिन मिश्रा और ऋषभ द्विवेदी के साथ ठगी को अंजाम देने की बात स्वीकार की है. तीनों आरोपी दिल्ली में फर्जी कॉल सेंटर का संचालन कर देश के अलग-अलग राज्यों में ठगी की वारदात को अंजाम देते थे. मध्य प्रदेश के सतना रीवा देवास जैसे शहरों के विभिन्न बैंक के फर्जी बैंक अकाउंट के खाते की जानकारी भी पुलिस को मिली है.
एक आरोपी को ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली से रायपुर लाया गया. 2 आरोपियों को नागपुर से गिरफ्तार किया. पकड़े गए आरोपी कॉल सेंटर चलाकर देशभर में करोड़ों रुपए की ठगी कर चुके हैं. आरोपियों के कब्जे से ढाई लाख रुपए बरामद करने के साथ ही मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड और कई बैंक पासबुक भी जब्त किए हैं. पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ डीडी नगर पुलिस ने धारा 420, 34 के तहत कार्रवाई की है. - शहर एडिशनल एसपी लखन पटले
छत्तीसगढ़ में बढ़ रहे ठगी के मामले: छत्तीसगढ़ में ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं. कोई ऑनलाइन जॉब का झांसा देकर ठगी कर रहा है तो कोई बीमा कंपनी और बैंक में केवाईसी अपडेट करने के नाम पर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. पुलिस, बैंक की तरफ से अक्सर मैसेज कर लोगों को सायबर ठगों से बचने की सलाह दी जाती है बावजूद लोग ठगों के चंगुल में फंस कर अपने पैसे गंवा बैठते हैं.