भिवानी: शनिवार को हरियाणा में बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों पर जमकर कहर बरपाया. एक तरफ बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं और सरसों की फसल को नुकसान हुआ तो दूसरी तरफ तापमान में गिरावट दर्ज की गई. बारिश के चलते एक बार फिर से लोगों को सर्दी का अहसास हुआ. चंडीगढ़ मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दिनों में हरियाणा का मौसम साफ रहेगा. आने वाले दिनों में हरियाणा में बादल छाए रहेंगे. जिससे ठंड में इजाफा होगा.
हरियाणा में बारिश और ओलावृष्टि: मौसम विभाग के मुताबिक मौसम में हुए इस बदलाव की वजह से तापमान में दो डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जा सकती है. विभाग की तरफ से दो और तीन मार्च के लिए ही बारिश का अलर्ट जारी किया गया था. उसके बाद से मौसम साफ रहने की उम्मीद है. कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर देवीलाल ने बताया कि एक से तीन मार्च तक या अगले 2-3 दिन तक हल्की बूंदाबांदी की संभावना है. जिससे तापमान में गिरावट आएगी.
'गेहूं की फसल में पानी ना दें किसान': कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर देवीलाल ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि जो किसान अपनी फसल में पानी देना चाहता है. वो किसान अभी इंतजार करें, क्योंकि बारिश के साथ तेज हवा चलने की संभावना है. अगर किसानों ने गेहूं की फसल में पानी दिया तो उन्हें नुकसान हो सकता है. हालांकि आने वाले दिनों में मौसम साफ रहने की संभावना हे, लकिन तेज हवा चलने की वजह से फसल बिछ सकती है.
चरखी में हुई ओलवृष्टि: रविवार को चरखी दादरी में बारिश और ओलावृष्टि हुई. खबर है कि दादरी क्षेत्र के गांव छपार, चरखी, डोहकी, बाढ़ड़ा, उमरवास, जीतपुरा, गोपी, बौंद कलां, सांवड़, सांजरवास व रानिला सहित कई स्थानों पर ओलवावृष्टि हुई. जिसके चलते रबी सीजन की फसल सरसों, गेहूं को नुकसान हुआ है. कृषि विशेषज्ञ चंद्रभान श्योराण ने कि ओलावृष्टि से सरसों की फलियां खराब होने के अलावा गेहूं की फसल में आ रही बालियों में नुकसान की आशंका है. सब्जियों को भी इससे नुकसान हुआ है.
फतेहाबाद में बारिश से फसलों को नुकसान: फतेहाबाद में भी बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई. जिसके चलते सरसों और गेहूं की फसल को नुकसान हुआ है. फतेहाबाद के गांव बड़ोपल, मोहम्मदपुर रोही, झुलनिया सहित आधा दर्जन गांवों में दो या तीन मिनट तक ही ओलावृष्टि हुई. इसके चलते नुकसान का प्रभाव कम दिखाई दिया. मौसम विभाग ने पहले ही बारिश की चेतावनी दी थी कि ओलावृष्टि हो सकती है. 3 मार्च तक मौसम में बदलाव जारी रहेगा. किसानों का कहना है कि अगर आने वाले दिनों में भी मौसम खराब रहता है, तो गेहूं और सरसों की फसल को बड़ा नुकसान होने की भी आशंका है.
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