नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा में साइबर ठगी का एक और मामला सामने आया है, जिसमें रेलवे के एक अधिकारी को मुनाफा कमाने के झांसे में डालकर 56 लाख 88 हजार रुपये की ठगी की गई. पीड़ित, जो मूल रूप से जम्मू कश्मीर के रहने वाले हैं, ने शुक्रवार को साइबर क्राइम थाने की पुलिस से अपनी पीड़ा साझा की है. पीड़ित अनिल रैना ने बताया कि हाल ही में उन्हें स्टॉक मार्केटिंग और ट्रेडिंग के बारे में एक व्यक्ति का फोन आया. इस व्यक्ति ने मुनाफे का लालच देकर उनसे निवेश करने के लिए कहा.
शुरुआत में सब कुछ सामान्य लग रहा था, लेकिन जब उन्हें और अधिक पैसे निवेश करने का दबाव दिया गया और किसी भी प्रकार का मुनाफा नहीं मिला, तब उन्हें ठगी का एहसास हुआ. कई बार कोशिशों के बाद भी जब वह अपने पैसे नहीं निकाल पाए, तो उन्होंने पुलिस में शिकायत करने का निर्णय लिया.
पुलिस ने इस मामले में अज्ञात जालसाज के खिलाफ आईटी एक्ट और धोखाधड़ी की धारा के तहत मुकदमा दर्ज किया है. साइबर क्राइम थाने के प्रभारी विजय कुमार का कहना है कि जांच सभी पहलूओं को ध्यान में रखते हुए की जा रही है और ठगी की रकम ट्रांसफर हुए खातों का की जानकारी जुटाई जा रही है.
नोएडा ठगी से बची महिला: इस बीच, एक अन्य घटना में जागरूकता ने एक प्रोजेक्ट मैनेजर को साइबर ठगी का शिकार होने से बचा लिया. वर्तमान में सेक्टर-40 के बी ब्लॉक में रहने वाली नीतू कुमारी ने बताया कि उन्हें एक अज्ञात नंबर से कॉल आई, जिसमें लोन चुकाने के लिए धमकाया गया. ठग ने उन्हें डराया कि अगर वह लोन का भुगतान नहीं करतीं, तो उन्हें पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जाएगा.
नीतू ने एक ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा गया, लेकिन उनके मन में संदेह हो गया. उन्होंने तुरंत साइबर क्राइम थाने से संपर्क किया, जहां पुलिस ने शिकायत सुनकर त्वरित कार्रवाई की. जब पुलिस ने ठग के नंबर पर बात करने की कोशिश की, तब आरोपी ने नंबर बंद कर दिया. नीतू की सतर्कता ने उन्हें ठगी के चंगुल से बचा लिया.
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