महोबाः महोबा में हीट वेव के कारण ट्रेन के लोको पायलट की तबीयत रास्ते में बिगड़ गई. इंजन के अंदर गर्मी में लगातार 9 घंटे की ड्यूटी करने के कारण उसे उल्टी और चक्कर आने लगे. वह अचेत होकर गिर गया. उसे एंबुलेंस से साथी कर्मी इलाज के लिए अस्पताल ले गए. इस वजह से महोबा स्टेशन पर मालगाड़ी 2.30 घंटे तक खड़ी रही. दूसरा लोको पायलट मालगाड़ी लेकर रवाना बांदा के लिए रवाना हुआ.
जानकारी के मुताबिक, महोबा जिले में तापमान लगभग 48 डिग्री पर पहुंच चुका है. मंगलवार को एक मालगाड़ी झांसी से बांदा के लिए चली. महोबा पहुंचते ही मालगाड़ी चालक विनोद कुमार को भीषण गर्मी के चलते उल्टी होने के साथ ही चक्कर आने लगे. सह चालक गगन सैनी ने बताया कि गर्मी से बचाव के लिए वह लगभग 10 लीटर पानी पी चुके थे लेकिन गर्मी कम होने का नाम नहीं ले रही थी.
लोको पायलट विनोद कुमार के महोबा पहुंचने से पहले हालत खराब हो गई. महोबा से पहले कुलपहाड़ स्टेशन में अचानक तबीयत बिगड़ने के कारण मालगाड़ी रोक दी और अफसरों को सूचना दी गई. अफसरों ने किसी तरह महोबा स्टेशन पहुंचने के लिए कहा. वह चक्कर आने के बावजूद किसी तरह गाड़ी लेकर महोबा पहुंचा. आरोप है कि उच्च अधिकारियों द्वारा 11 घंटे के मेमो के तहत काम करने का दबाव बनाया और आगे गाड़ी ले जाने के लिए कहा मगर लोको पायलट की हालत और बिगड़ गई. महोबा पहुंचकर लोको पायलट जैसे ही गाड़ी से उतरा तो बेहोश हो गया. साथी तुरंत उसे अस्पताल ले गए. वहां उसे भर्ती कर उपचार कराया जा रहा है.
सह पायलट गगन सैनी ने बताया कि मालगाड़ी के इंजन पर अचानक तापमान बढ़ रहा था जिसका असर लोको पायलट विनोद पर देखने को मिला. लोको पायलट की हालत लगातार बिगड़ रही थी. उन्हें उल्टी और चक्कर आ रहे थे. उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल लेकर पहुंचा है जहां उपचार किया जा रहा है.
इमरजेंसी वार्ड में ड्यूटी पर मौजूद डॉ विष्णु गुप्ता बताते हैं कि लोको पायलट को भर्ती कराया गया है जो अधिक गर्मी के चलते उल्टी और चक्कर से अचेत हो गया था. उस पर हीट वेव का असर देखने को मिला है जिसे भर्ती कर इलाज किया गया है.
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