नई दिल्ली: भारतीय रेलवे को वर्ल्ड क्लास बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है. ऐसे में बड़े बजट की आवश्यकता आने वाले समय में भी पड़ेगी. आने वाले 6 साल तक रेलवे को लाखों करोड़ रुपए का बजट मिलेगा. इसके लिए वित्त मंत्रालय से रेल मंत्रालय की बात हो चुकी है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के 100 साल पूरे होने पर डाक टिकट जारी करने के दौरान ऑनलाइन रेल कर्मचारियों और अधिकारियों को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं.
रेल मंत्री ने कहा कि 171 वर्ष का भारतीय रेलवे का इतिहास है. पहले भारतीय रेलवे घाटे में रहती थी. रेलवे में 38 बड़े सुधार किए गए इसके बाद विकास कार्य में तेजी आई है. पहले कुछ हजार करोड़ रुपए रेलवे का बजट हुआ करता था. लेकिन इस साल का बजट 2.42 लाख करोड़ है. आगामी वित्त वर्ष 2024-25 में रेलवे का बजट 2.52 लाख करोड रुपए है. पहले पैसों के अभाव में भी कार्य नहीं हो पता था.
पहले 1 दिन में सिर्फ 4 किलोमीटर रेलवे ट्रैक बनता था. अब एक दिन में 15 किलोमीटर नई रेल लाइन बिछाई जा रही है. पहले लोगों को लगता था कि रेलवे का कभी सुधर नहीं हो सकता, लेकिन आज भारतीय रेलवे को वर्ल्ड क्लास बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है. विदेश के लोग जब बंदे भारत ट्रेन में सफर करते हैं तो वह कहते हैं कि वंदे भारत ट्रेन जर्मनी की ट्रेनों से बेहतर है. मंत्री वैष्णव ने कहा कि यह एक पड़ाव है. मंजिल नहीं है. अभी रेलवे को और आगे तक ले जाना है. मंजिल बहुत ऊंची है. इसके लिए सभी रेलवे के कर्मचारियों से लेकर अधिकारियों को एक होकर काम करना पड़ेगा.
ये भी पढ़ें : ट्रेनों से 'गायब' हो रहे स्लीपर कोच, सामान्य यात्रियों पर बढ़ा किराए का बोझ, सवार होने के लिए मारा- मारी
रेल मंत्री ने कहा कि भारतीय रेलवे को वर्ल्ड क्लास बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशोंं पर लगातार काम हो रहा है. इसके लिए बजट भी मिल रहा है. आने वाले 5-6 साल तक रेलवे को अच्छा बजट मिलेगा. इसके लिए वित्त मंत्रालय से रेल मंत्रालय की बातचीत हो चुकी है. लगातार रेल के बजट में बढ़ोतरी भी हो रही है. इस बार के बजट से आगामी वित्तीय वर्ष का बजट अधिक है. अच्छा बजट मिलने से रेलवे के विकास के कार्य तेजी से होंगे और भारतीय रेले नए आयाम हासिल करेगी.
ये भी पढ़ें : 100 से अधिक क्लोन ट्रेनों के संचालन के बाद भी समय से नहीं चल रही ट्रेन