जयपुर: केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को जयपुर के गांधीनगर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्यों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के साथ ही 'रेल रक्षक' यान का भी अवलोकन किया. गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर भारतीय रेलवे पर पहली बार 71गुणा 48 मीटर के एयर कॉनकोर्स के लिए गर्डर लांचिंग की गई है. गांधीनगर रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करने के बाद रेल मंत्री जयपुर-सवाई माधोपुर रेलखंड का विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण के लिए रवाना हो गए.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि देश भर में 1324 रेलवे स्टेशनों का री डेवलपमेंट कार्य किया जा रहा है. रेलवे स्टेशन पर दोनों प्लेटफार्म को जोड़ने के लिए रूफ प्लाजा बनाई जा रही है. रेलवे को रि-डवलप करने का प्रधानमंत्री का सपना है. गांधीनगर जयपुर स्टेशन के पुनर्विकास से स्टेशन पर आने वाले यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी.
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत गांधीनगर जयपुर स्टेशन का स्थानीय लोक कला के अनुरूप आधुनिकीकरण किया जा रहा है. स्टेशन पुनर्विकास के तहत यात्रियों के आवागमन को सुविधाजनक बनाने के लिए आगमन और प्रस्थान की अलग-अलग व्यवस्था की जाएगी. यात्रियों की सुविधा के लिए रूफ प्लाजा और एयर कॉनकोर्स का निर्माण किया जा रहा है. यात्रियों की सुविधाओं में बढ़ोतरी करने के लिए लिफ्ट, एस्केलेटर, एग्जीक्यूटिव लाउंज, वेटिंग रूम, शॉपिंग कॉम्पलेक्स, कैफेटेरिया समेत पार्किंग सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी. इस मौके पर उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अमिताभ और जयपुर रेल मंडल प्रबंधक विकास पुरवार समेत सभी रेलवे अधिकारी मौजूद रहे.
स्टेशन को बनाएंगे सिटी सेंटर जैसा: रेलवे स्टेशन पर पर्यावरण संरक्षण के लिए सौर ऊर्जा, जल संरक्षण, रेन वाटर हार्वेस्टिंग जैसी व्यवस्थाएं की जाएगी. गांधीनगर स्टेशन को सिटी सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा, जिससे स्टेशन यात्रियों के साथ- साथ शहर के निवासियों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनेगा. गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर दोनों प्रवेश द्वार पर बिल्डिंग के स्ट्रक्चर का कार्य पूरा कर लिया गया है. गांधीनगर स्टेशन पर 72 मीटर चौड़ाई वाले एयर कॉनकोर्स के निर्माण के लिए गर्डर लॉन्चिंग का काम पूरा किया गया है. गर्डर लॉन्चिंग के बाद एयर कॉनकोर्स से संबंधित कार्य किया जा रहा है. एयर कॉनकोर्स में यात्रियों को वेटिंग रूम की सुविधा के साथ-साथ शॉपिंग कॉम्पलेक्स, कैफेटेरिया, गेम जोन जैसी सुविधाएं भी मिलेगी. यह सुविधा यात्रियों के साथ आमजन के लिए भी उपलब्ध रहेगी.
210.63 करोड़ की आएगी लागत: जयपुर के गांधीनगर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्य की अनुमानत लागत 210.63 करोड़ रुपए है. लिफ्ट और एस्केलेटर सुविधा के साथ दिव्यांगजनों के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध रहेगी. आगमन और प्रस्थान के लिए अलग-अलग लॉबी की व्यवस्था की जा रही है. समुचित और सुव्यवस्थित भूमिगत पार्किंग की सुविधा तैयार की जा रही है. स्टेशन पुनर्विकास में ऊर्जा खपत में कमी लाने के लिए ग्रीन बिल्डिंग आधारित व्यवस्थाएं होंगी, जो कि नवीनीकरणीय ऊर्जा, वर्षा जल संचयन जैसे संसाधनों से युक्त होगी. स्टेशन पर करीब 1400 किलोवाट क्षमता का सोर ऊर्जा प्लांट स्थापित किया जाएगा. स्टेशन की बिल्डिंग को शहर की समृद्ध विरासत की लोक संस्कृति और स्थानीय विशेषताओं जैसे जाली कार्य, मेहराब, गुंबद, छतरी, झरोखा, बारादरी, अलंकरण, पत्थरों की नक्काशी और आवरण के सम्मिश्रण से किया जा रहा है.