मथुरा: श्री कृष्ण जन्माष्टमी के 15 दिन बाद राधा अष्टमी जन्मोत्सव आज बरसाना श्री लाडली की महारानी राधा रानी मंदिर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. बुधवार की सुबह तड़के 4:00 राधा रानी का प्रकटोत्सव मनाया गया 11 कुंतल पंचामृत से राधा रानी का अभिषेक किया गया. श्रृंगार से राधा रानी को 50 लाख से अधिक सोने चांदी के जेवरात से सजाया गया. लाखों की संख्या में भक्त मथुरा पहुंचे हैं.
मंदिर में राधा अष्टमी पर आरती की गई. पूरा प्रांगण जय श्री राधे और राधा रानी के जय कारे से गूंज उठा राधा अष्टमी के मौके पर दर्शन करने के लिए दूर दराज से 10 लाख से अधिक श्रद्धालु मंदिर दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं के आगमन को लेकर जिला प्रशासन ने किया सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम मंदिर के सभी मार्गों पर एकल मार्ग की व्यवस्था की गई थी. पूरा मंदिर प्रांगण दुल्हन की तरह सजाया गया है.
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2000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात: राधा अष्टमी पर्व को लेकर जिला प्रशासन ने किया सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम राधा अष्टमी बरसाना मंदिर क्षेत्र को 8 जोन 20 सेक्टर में बांटा गया है. चार एडिशनल एसपी, 8 सीओ, 20 इंस्पेक्टर, 50 सब इंस्पेक्टर, महिला इंस्पेक्टर और 1500 से अधिक सिपाही, दो कंपनी पीएसी तैनात किया गया है. ड्रोन कैमरे से मेले की निगरानी रखी जा रही है. राधा अष्टमी पर दर्शन करने के लिए 10 लाख से अधिक श्रद्धालु बरसाना मंदिर पहुंचते हैं. महिला श्रद्धालु प्रेमा ने बताया, कि आज राधा अष्टमी का पर्व है. बरसाना मंदिर में बहुत अच्छा लग रहा है. राधा रानी जी सब पर कृपा बनाए रखें. हर साल मंदिर दर्शन करने के लिए राधा अष्टमी पर यहां आते हैं प्रशासन ने व्यवस्थाएं अच्छी की हैं.
राधा रानी की जन्मस्थली बरसाना में श्री लाडली की महारानी राधा रानी का प्रकटोत्सव धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. बुधवार की सुबह 4:00 बजे राधा रानी का जन्मोत्सव मंदिर प्रांगण में मनाया गया. 11 कुंतल से बने पंचामृत से राधा जी का अभिषेक किया गया. राधा जी का विशेष श्रृंगार नवरत्न ही सोने चांदी और हीरे से जड़ित आभूषण से किया गया. आरती की गई. मंदिर प्रांगण में गायन किया गया.
प्रयागराज के इस्कान मंदिर में भी कार्यक्रम : इस्कान मंदिर में भी जन्माष्टमी मनाई जा रही है. मंदिर के पुजारी के माने तो भविष्य पुराण और गर्ग संहिता के अनुसार, राधा जी का अवतरण भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को हुआ था, और तब से यह तिथि ‘राधाष्टमी’ के नाम से प्रसिद्ध हो गई. इस दिन को विशेष रूप से व्रत करने वाले भक्तों को भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त होती है और उनके घर में धन-संपदा की कभी कमी नहीं होती संगम नगरी के यमुना किनारे बलुआ घाट पर स्थित इस्कॉन मंदिर में कृष्णप्रिया राधारानी की जयंती राधाष्टमी (राधा का जन्मदिन) धूमधाम और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है.