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सिमडेगा नगर परिषद की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल, लाखों की स्वीपिंग मशीन फांक रही धूल - Simdega Municipal Council

Misuse of government fund in Simdega. सिमडेगा नगर परिषद की कार्यशैली को लेकर शहरवासी एक बार फिर सवाल उठाने लगे हैं. मामला स्वीपिंग मशीन की उपयोगिता के संबंध में है. लाखों खर्च कर मशीन से सिर्फ तीन दिन ही शहर की सफाई हुई है.

Simdega Municipal Council
सिमडेगा नगर परिषद कार्यालय परिसर में खराब पड़ी स्वीपिंग मशीन. (फोटो-ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jul 12, 2024, 4:22 PM IST

सिमडेगाः नगर परिषद सिमडेगा के कारनामे एक से बढ़कर एक हैं. एक बार फिर नगर परिषद की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं, जो लाखों रुपये से खरीदी गई स्वीपिंग मशीन से जुड़ी है.

34.96 लाख में खरीदी गई स्वीपिंग मशीन फांक रही है धूल

दरअसल, सिमडेगा नगर परिषद की ओर से शहर की सड़कों की सफाई के लिए 34 लाख 96 हजार की लागत से जून 2022 में स्वीपिंग मशीन की खरीदारी की गई थी. इस मशीन से अब तक महज तीन दिन ही शहर की सड़कों की सफाई की गई है. उसके बाद यह मशीन नगर परिषद कार्यालय परिसर में धूल फांक रही है.

स्वीपिंग मशीन का रिले हुआ खराब

मिली जानकारी के अनुसार इस स्वीपिंग मशीन का रिले खराब हो चुका है. कंपनी के इंजीनियर ने इसे ठीक करने की कोशिश की,लेकिन मशीन ठीक नहीं हो सकी.वर्षों से पड़े रहने के कारण अब मशीन का झाड़ू और सफाई उपकरण सड़ चुके हैं.

शहरवासियों ने नगर परिषद की कार्यशैली पर उठाए सवाल

इसे लेकर शहरवासी नगर परिषद की कार्यशाली पर सवाल उठा रहे हैं. लोगों का कहना है कि यदि इतने दिनों से स्वीपिंग मशीन का रिले खराब था तो इसे जल्दी बनवाने की कोशिश क्यों नहीं की गई. लोगों ने कहा कि यदि सही तरीके से मशीन का उपयोग होता तो सिमडेगा शहर की सड़कें भी महानगरों की सड़कों की तरह चमकती. साथ ही शहर सुंदर और स्वच्छ दिखता.

रेवन्यू कलेक्शन में कमी से मशीन का खर्च वहन करना मुश्किलः नगर प्रशासक

इस संबंध में नगर प्रशासक सुमित कुमार महतो कहते हैं कि सिमडेगा शहर का रेवन्यू कलेक्शन काफी कम है. इस कारण नगर परिषद स्वीपिंग मशीन का खर्च वहन नहीं कर सके. हालांकि उन्होंने मशीन में खराबी के संबंध में पूछे गए सवाल पर चुप्पी साध ली.

ये भी पढ़ें-

ठेकेदार के मनमाने रवैये से गरीब किसान व सब्जी विक्रेता परेशान, की जा रही अवैध वसूली, नगर परिषद मौन - Simdega daily market

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सिमडेगा की सफाई व्यवस्था चरमराई, दो दिनों से धरने पर हैं नगर परिषद कर्मी

सिमडेगाः नगर परिषद सिमडेगा के कारनामे एक से बढ़कर एक हैं. एक बार फिर नगर परिषद की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं, जो लाखों रुपये से खरीदी गई स्वीपिंग मशीन से जुड़ी है.

34.96 लाख में खरीदी गई स्वीपिंग मशीन फांक रही है धूल

दरअसल, सिमडेगा नगर परिषद की ओर से शहर की सड़कों की सफाई के लिए 34 लाख 96 हजार की लागत से जून 2022 में स्वीपिंग मशीन की खरीदारी की गई थी. इस मशीन से अब तक महज तीन दिन ही शहर की सड़कों की सफाई की गई है. उसके बाद यह मशीन नगर परिषद कार्यालय परिसर में धूल फांक रही है.

स्वीपिंग मशीन का रिले हुआ खराब

मिली जानकारी के अनुसार इस स्वीपिंग मशीन का रिले खराब हो चुका है. कंपनी के इंजीनियर ने इसे ठीक करने की कोशिश की,लेकिन मशीन ठीक नहीं हो सकी.वर्षों से पड़े रहने के कारण अब मशीन का झाड़ू और सफाई उपकरण सड़ चुके हैं.

शहरवासियों ने नगर परिषद की कार्यशैली पर उठाए सवाल

इसे लेकर शहरवासी नगर परिषद की कार्यशाली पर सवाल उठा रहे हैं. लोगों का कहना है कि यदि इतने दिनों से स्वीपिंग मशीन का रिले खराब था तो इसे जल्दी बनवाने की कोशिश क्यों नहीं की गई. लोगों ने कहा कि यदि सही तरीके से मशीन का उपयोग होता तो सिमडेगा शहर की सड़कें भी महानगरों की सड़कों की तरह चमकती. साथ ही शहर सुंदर और स्वच्छ दिखता.

रेवन्यू कलेक्शन में कमी से मशीन का खर्च वहन करना मुश्किलः नगर प्रशासक

इस संबंध में नगर प्रशासक सुमित कुमार महतो कहते हैं कि सिमडेगा शहर का रेवन्यू कलेक्शन काफी कम है. इस कारण नगर परिषद स्वीपिंग मशीन का खर्च वहन नहीं कर सके. हालांकि उन्होंने मशीन में खराबी के संबंध में पूछे गए सवाल पर चुप्पी साध ली.

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