लखनऊ : राज्य स्तरीय माफिया की ठेकेदार फर्म को मदद करने के आरोप में लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंताओं को मंत्री जितिन प्रसाद के आदेश पर निलंबित कर दिया गया है. आरोप है कि दो अधिशासी अभियंताओं ने माफिया की फर्म को मदद की और उसको ब्लैक लिस्ट करने से रोका. साथ ही कार्रवाई में भी अड़चन बने. यही नहीं माफिया के बैंक अकाउंट में गलत तरीके से पेमेंट भी पहुंचाया. इन सारे आरोपों में अधिशासी अभियंताओं को निलंबन के बाद मुख्यालय से अटैच कर दिया गया है.
राज्य स्तरीय माफिया अनुपम दुबे और उनके परिजनों के नाम संचालित फर्मों जैसे कुसुमलता दुबे पत्नी स्व. महेश चन्द्र दुबे का चरित्र प्रमाण पत्र निरस्त होने के उपरान्त ब्लैक लिस्ट व डिबार न कराने एवं नियम विरुद्ध भुगतान की कार्रवाई की गई. अधिशासी अभियंता राज कुमार पिथौरिया के विरुद्ध उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक (अनुशासन एवं अपील) नियमावली 1999 के नियम-7 के अन्तर्गत एक्शन लिया गया है. राज्यपाल के आदेश पर उनको तत्कालिक प्रभाव से निलम्बित किया गया है.
इसके अलावा जोध कुमार अधिशासी अभियंता PWD फतेहगढ़ को भी निलंबित कर दिया गया है. आदेश के मुताबिक निलंबन की अवधि में राज कुमार पिथौरिया, अधिशासी अभियंता को वित्तीय नियम संग्रह खंड-2, भाग-2 से 4 के मूल नियम-53 के प्राविधानों के अनुसार जीवन निर्वाह भत्ते की धनराशि दी जाएगी. दोनों को अर्द्ध वेतन ही मिलेगा. इस प्रकरण की जांच पूरी होने तक दोनों ही अधिशासी अभियंता मुख्यालय से संबंध रहेंगे.
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