मुंगेरः बिहार का चर्चित पुष्पा हत्याकांड मामले में दो साल बाद कोर्ट का फैसला आया. एडीजे प्रबल दत्ता ने इस मामले में सुनवाई करते हुए घटना के आरोपी पति और उसके सहयोगी को उम्रकैद की सजा सुनाई. इसके साथ ही 35-35 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया. जुर्माना नहीं देने पर अतिरिक्त सजा होगी.
2 साल बाद आया कोर्ट का फैसलाः कोर्ट ने अभियोजन पक्ष की ओर से एपीपी मो. शहजादा व बचाव पक्ष के अधिवक्ता के दलील सुनने के बाद कोर्ट ने हत्यारे पति बांका निवासी निलेन्दु उर्फ नीरज और उसके सहयोगी मुंगेर निवासी सुभाष कुशवाहा को सजा सुनाई. कोर्ट का फैसला आने के बाद दो साल पुराना मामला एक फिर ताजा हो गया.
साल 2022 में हुई थी हत्या: दरअसल पुष्पा की हत्या 2022 में की गयी थी. पुलिस ने उसके आरोपी पति और सहयोगी को गिरफ्तार किया था. पुलिस की पूछताछ में उसने कबूल किया था कि दोनों ने कितनी बेहरमी से पुष्पा की हत्या की थी. हत्या के पीछे ही कहानी को जानने के लिए 14 साल पीछे चलते हैं.
कौन थी पुष्पा?: दरअसल, बात वर्ष 2012 की है. भागलपुर की रहने वाली पुष्पा और बांका निवासी नीरज उर्फ निलेंदू की शादी 2012 में हुई थी. शादी के 5 साल तक सबकुछ ठीक ठाक चल रहा था. दंपती को दो बेटे हुए थे. पूरा परिवार खुशी-खुशी रह रहा था. लेकिन इस खुशी को नजर लग गयी.
कुछ करने की चाहत में चली गयी जानः बदलते जमाने में सभी महिलाओं की चाहत होती है कि वह जीवन में मुकाम हासिल करे. अपने पैरों पर खड़ा हो. यही चाहत पुष्पा की भी थी. पुष्पा अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए पति से जिद किया करती थी. पत्नी घर के बाहर काम करे यह निलेंदू को पसंद नहीं था.
2017 में ब्यूटी पार्लर खोलाः काफी जिद करने के बाद पुष्पा ने साल 2017 में भागलपुर के कहलगांव में शृंगार की दुकान और ब्यूटी पार्लर खोली. दुकान अच्छी चल रही थी. पुष्पा अपने काम से काफी खुश थी. उसे लग रहा था कि वह अब अपने मकसद में कामयाब हो रही है लेकिन कहावत है कि कभी-कभी ज्यादा कामयाब होने पर लोगों की नजर लग जाती है. यही पुष्पा के साथ भी हुआ.
देर रात घर आना पति को पसंद नहीं थाः ब्यूटी पार्लर और दुकान में काम ज्यादा होने के कारण अक्सर पुष्पा लेट से घर आती थी. कभी-कभी देर रात हो जाती थी. देर रात घर आना निलेंदू को पसंद नहीं था. इसको लेकर निलेंदू ने अपनी पत्नी से बात भी की थी लेकिन दुकान में काम ज्यादा होने के कारण देर हो जाती थी. पति ने दुकान बंद करने की बात कही थी लेकिन पत्नी तैयार नहीं थी.
दुकान बंद नहीं करने पर हत्या का प्लानः पुष्पा के ब्यूटी पार्लर के लगभग 4 से 5 साल हो गए थे. बराबर देर रात से घर आने से पति परेशान हो चुका था. काफी कोशिशों के बाद भी पुष्पा दुकान बंद नहीं की तो उसने अपनी पत्नी को रास्ते से हटाने का प्लान बना लिया. इसके लिए उसने लंबे समय तक योजना बनायी. इसमें उसने किसी से मदद की सोची.
दोस्त से मांगा मददः पुष्पा का पति निलेंदू का एक दोस्त सुभाष कुशवाहा मुंगेर का रहने वाला है. सुभाष को 20 हजार रुपए की जरूरत थी. उसने इस बारे में निलेंदू को बताया था तो निलेंदू ने कहा था अगर उसकी पत्नी की हत्या करने में मदद करेगा तो वह उसे 20 हजार रुपए देगा. शुभाष इसके लिए तैयार हो गया था. घटना को कैसे अंजाम देना है इसके लिए दोनों प्लान बनाने लगा था.
18 फरवरी 2022 को हत्याः 18 फरवरी 2022 के शाम 5 बज रहे थे. पति निलेंदू अपनी पति को ब्यूटी पार्लर का सामान दिलाने के बहाने ट्रेन से जमालपुर लाया था. जमालपुर स्टेशन पर उसका दोस्त शुभाष पहले से मौजूद था. पुष्पा को क्या पता था कि उसका पति आज उसकी हत्या कर देगा. जमालपुर स्टेशन से तीनों एक ऑटो में नया रामनगर थानाक्षेत्र के बांक चंगन गढ़ गए थे.
हथौड़ा से बेहोश कर चाकू से गला काटाः इस जगह पहुंचते ही निलेंदू ने पत्नी के सिर पर हथौड़ा से प्रहार कर बेहोश कर दिया. इसके बाद धारदार चाकू से उसकी गला रेतकर हत्या कर दी. दोनों दोस्त ने मिलकर घटनास्थल के पास ही शव को ठिकाना लगाकर घर चला आया था. घटना के बारे में किसी को खबर नहीं थी. लेकिन अपराध कहां छिपने वाले हैं?
पति ने ही लापता होने की शिकायत की थीः घटना को अंजाम देने के बाद खुद पति ने लापता होने की आशंका जतायी थी. भागलपुर जीआरपी और कहलगांव थाना में लापता होने का आवेदन भी दिया था. उसने बताया था कि उसकी पत्नी पुष्पा ट्रेन के माध्यम से शृंगार का सामान लेने गयी थी, लेकिन वह वापस नहीं आयी. इसके बाद पुलिस ने महिला की तलाश शुरू की.
मोबाइल लोकेशन के आधार पर मिला था शवः पुलिस के मुताबिक महिला के मोबाइल का लोकेशन चेक किया गया तो वह मुंगेर में पाया गया. कहलगांव पुलिस ने इसकी जानकारी मुंगेर पुलिस को दी थी. सूचना मिलने के बाद मुंगेर के रामनगर थाना की पुलिस ने छानबीन करते हुए 12 घंटे अंदर घटनास्थल से महिला का शव बरामद किया था. घटनास्थल से खून से सना हथौड़ा और चाकू भी बरामद किया था.
बयान नहीं मैच होने पर हुआ था खुलासाः घटना की छानबीन में मुंगेर पुलिस ने महिला के पति के बयान के अनुसार मोबाइल लोकेशन को मिलाया था दोनों मैच नहीं कर रहा था. पुलिस को लग गया कि उसका निलेंदू झूठ बोल रहा है. उसने उसपर दबाव देना शुरू किया. सख्ती से पूछताछ की तो उसने सारी बात कह सुनाई. उसने कबूल कर लिया कि उसने अपने दोस्त के साथ मिलकर अपनी पत्नी की हत्या कर दी.
बेरोजगार था निलेंदूः पुलिस के पूछताछ में उसने बताया कि वह एक थैला फैक्ट्री में सुपरवाइजर का काम करता था. लेकिन उसे काम से निकाल दिया गया था. घर पर अकेला बैठा रहता था और उसकी पत्नी ब्यूटी पार्लर जाती थी. देर रात तक घर आना उसे पसंद नहीं था. लाख मना करने के बाद भी नहीं मानी तो उसने उसकी हत्या कर दी.
दोनों दोस्त का जेल में बीतेगा जीवनः अब दोनों दोस्त निलेंदू और सुभाष कुशवाहा को मुंगेर कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुना दी है. दोनों एक साथ जेल में जिंदगी गुजारेगा. 24 सितंबर 2024 को दोनों को सजा होने के बाद जेल भेज दिया गया है.
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