पूर्णियाः लगातार बारिश और कोसी, गंडक बराज से पानी छोड़े जाने का असर बिहार के कई जिलों में देखने को मिल रहा है. पूर्णिया जिले के भी कई इलाके बाढ़ के पानी से घिर गये हैं. बायसी प्रखंड में तो महानंदी का विकराल रूप देखने को मिल रहा है. महानंदा में बढ़ते जलस्तर के कारण कई गांवों में कटाव हो रहा है. बायसी प्रखंड के एक गांव में तो एक घर लोगों की आंखों के सामने नदी में समा गया.
सभी नदियों में उफानः महानंदा के अलावा पूर्णिया जिले से गुजरनेवाली कनकई और परमान नदियां भी उफान पर हैं. जिससे बायसी प्रखंड के कई गांव पूरी तरह बाढ़ के पानी से घिर गये हैं. कई इलाकों में तो कटाव के कारण लोग अपने हाथों से ही अपने घर उजाड़ने लगे हैं. नदियों के विकराल रूप को देखते हुए लोग अपने आशियाने छोड़ कर ऊंचे जगहों पर पलायन करने लगे हैं.
कई घरों की हो चुकी है जलसमाधिः बायसी प्रखंड के ताराबाड़ी पंचायत के लोग तो दहशत में हैं. यहां महाननंदी में तेज बहाव के कारण लगातार कटाव हो रहा है. ये इस तस्वीर में भी देखा जा सकता है कि नदीं के कटाव के कारण एक घर कैसे ताश की पत्तों की तरह भरभराकर गिर पड़ा और नदी में समा गया. लोगों का कहना है कि अभी तक 8 घर नदी में समा चुके हैं.
अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देशः इलाके में बाढ़ के हालात को देखते हुए पूर्णिया के प्रमंडलीय आयुक्त संजय दुबे ने पूर्णिया के अलावा कटिहार, अररिया और किशनगंज डीएम को बाढ़ से निपटने की तैयारियों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा है प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है.
"पूर्णिया, कटिहार, अररिया और किशनगंज के जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गये हैं कि निचले इलाके के लोगों को ऊंचे स्थानों पर बनाए गये आश्रयस्थल पर शिफ्ट कर दिया जाए. आश्रयस्थल में सामुदायिक किचन, शौचालय और रहने की पूरी व्यवस्था की गयी है. प्रशासन किसी भी आपदा से निपटने के लिए तैयार है."-संजय दुबे, प्रमंडलीय आयुक्त