नई दिल्ली: दीपावली और छठ पर घर जाने वालों की ट्रेनों में भीड़ बढ़ने लगी है. लोगों को ट्रेनों में आरक्षित सीट नहीं मिल पा रही है. ऐसे में रेलवे ने यात्रियों को बड़ी राहत देने जा रही है. दरअसल, उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार वर्मा ने एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की. इस बैठक में उन्होंने अधिक मार्गों पर विशेष ट्रेनों के परिचालन पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने यात्रियों की सुविधाओं को बेहतर बनाने और ट्रेनों की देरी को कम करने के लिए एक प्रभावी शेड्यूल तैयार करने की बात कही. वहीं, अब रेलवे की ओर से दीपावली और छठ पर और स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है.
त्योहारों की अवधि में यात्रियों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए रेलवे ने विशेष ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है. आनंद विहार से जयनगर के बीच सुपरफास्ट पूजा स्पेशल ट्रेन का संचालन किया जाएगा. यह ट्रेन 31 अक्तूबर और 7 नवंबर को आनंद विहार से जयनगर के लिए रवाना होगी. वहीं, वापसी में यह ट्रेन 1 और 8 नवंबर को जयनगर से आनंद विहार लौटेगी. इसके अतिरिक्त, नई दिल्ली से प्रयागराज जंक्शन के लिए 4 नवंबर को सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन भी चलाई जाएगी, इसकी वापसी ट्रेन 3 नवंबर को प्रयागराज से नई दिल्ली के लिए जाएगी.
गोरखपुर से सिकंदराबाद के लिए ट्रेन संख्या 07176 का परिचालन 31 अक्तूबर से 14 नवंबर तक हर गुरुवार को किया जाएगा. इसी प्रकार, उधना-महुवा स्पेशल ट्रेन 30 अक्तूबर को चलेगी और महुवा से उधना के लिए वापसी 31 अक्टूबर को होगी. दिल्ली जंक्शन से मुंबई के बीच ट्रेन संख्या 09003 का संचालन 12 नवंबर तक प्रत्येक मंगलवार और शुक्रवार को होगा, जबकि वापसी ट्रेन 09004 30 अक्टूबर से 13 नवंबर तक बुधवार और शनिवार को चलेगी.
यात्री सुविधाओं को और बढ़ाने के लिए उत्तर रेलवे ने विभिन्न नियमित ट्रेनों में 59 अतिरिक्त कोच जोड़े हैं, जिससे 2.25 लाख से अधिक यात्रियों को बर्थ उपलब्ध कराई जाएगी. इस दौरान 3050 विशेष ट्रेनें भी संचालित की जा रही है.
भर्ष्टाचार के प्रति यात्रियों को किया जागरूक: सतर्कता जागरूकता सप्ताह के दूसरे दिन एनआर सतर्कता विभाग की ओर से एनआर मुख्यालय में सतर्कता बैठक आयोजित की गई. सभी सतर्कता निरीक्षक और सतर्कता अधिकारी "राष्ट्र की समृद्धि के लिए अखंडता की संस्कृति" विषय पर चर्चा करने के लिए सम्मेलन कक्ष में एकत्र हुए. बैठक के दौरान, सतर्कता निरीक्षकों ने अपने मामले के अध्ययन पर प्रकाश डाला और अपने अनुभवों और क्षेत्र में उनके सामने आने वाली चुनौतियों पर अंतर्दृष्टि साझा की. इसके अतिरिक्त, सतर्कता निरीक्षकों को आनंद विहार, दिल्ली और नई दिल्ली स्टेशनों पर सर्वेक्षण करने और रेलवे में भ्रष्टाचार और कदाचार के बारे में यात्रियों से प्रतिक्रिया एकत्र करने का भी काम सौंपा गया.
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