श्रीनगर: उत्तराखंड चारधाम यात्रा अपने चरम पर है. देश विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु बदरीनाथ ,केदारनाथ, गंगोत्री ,यमुनोत्री धाम पहुंच रहे हैं. इस बार चारधाम यात्रा ने रिकॉर्ड स्तर पर है. ऐसे हालातों में तीर्थ यात्रियों के स्वास्थ्य सुविधा का ख्याल रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग भी कोशिशों में जुटा है, लेकिन इस बीच प्रान्तीय चिकित्सा संघ ने डॉक्टरों ,पैरामेडिकल स्टाफ के लिए यात्रा काल में रहने ,खाने की अच्छी व्यवस्था करने की मांग कर दी है. साथ ही ड्यूटी के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं में मुआवजा देने की भी मांग भी की गई है.
प्रांतीय चिकित्सा संघ ने चारधाम यात्रा समेत वीआईपी डयूटी करने वाले चिकित्सकों की आकस्मिक मृत्यु होने पर चिकित्सक के परिजनों को उचित मुआवजा देने की मांग सरकार से की है. प्रंतीय चिकित्सा संघ के महासचिव व अपर मुख्य चिकित्साधिकारी पौड़ी रमेश कुंवर ने बताया चारधाम यात्रा डयूटी समेत वीआईपी डयूटी देने वाले चिकित्सको कडी चुनौती और विशेष परिस्थिति की बीच अपनी सेवा देते आये हैं. अब तक उनके हित में कोई ठोस कदम नहीं उठाये गये है. वीआईपी डयूटी या यात्रा डयूटी के दौरान चिकित्सक की आकस्मिक मृत्यु होने पर मृतक चिकित्सक के परिजनों को अब तक मुआवाजा नहीं मिला है. ऐसे में इस गंभीर विषय पर सरकार को ध्यान देना होगा.
पौड़ी जनपद के प्रांतीय चिकित्सा संघ के जिलाध्यक्ष डॉक्टर लोकेश सलूजा ने बताया वीआईपी ड्यूटी और चारधाम ड्यूटी में देखा गया है कि बड़ी संख्या में एक ही जगह पर तैनात डॉक्टरों की रहने खाने की व्यवस्था सही नहीं होती है. कई बार एक ही कमरे में कई लोगों को रुकवा दिया जाता है. भोजन भी गुणवत्ता भी सही नहीं होती है. इन व्यवस्थाओं को ठीक करने की जरूरत है.तभी सभी डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ यात्रा के दौरान बिना तनाव के सेवा कर सकेंगे.