गिरिडीहः संसद में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को लेकर दिए गए बयान के बाद से केंद्रीय गृह मंत्री के खिलाफ लगातार देश भर में प्रदर्शन किए जा रहे हैं. इस कड़ी में सोमवार को संयुक्त वाम दलों के आह्वान पर गिरिडीह में भी प्रतिवाद मार्च निकाला गया. इस दौरान गृह मंत्री के खिलाफ नारेबाजी की गई और उनसे माफी की मांग रखी गई. साथ ही गृह मंत्री से इस्तीफा देने की मांग की गई. वाम दलों के नेताओं ने कहा कि यदि गृह मंत्री इस्तीफा नहीं देते हैं तो राष्ट्रपति मामले में हस्तक्षेप करें और उन्हें बर्खास्त करें.
अपमानजनक टिप्पणी बर्दाश्त नहींः राजेश
गिरिडीह में प्रदर्शन का नेतृत्व करनेवाले फॉरवर्ड ब्लॉक के नेता राजेश यादव ने कहा कि देश के करोड़ों दबे-कुचले, हक-अधिकार और समानता के लिए लड़ रहे लोगों के लिए आस्था के प्रतीक बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के प्रति किसी भी अपमानजनक टिप्पणी को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.
बर्खास्तगी नहीं हुई तो जारी रहेगा आंदोलन
उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता मजबूरी में भले ही संविधान और बाबा साहब के प्रति आस्था प्रदर्शित कर लें, लेकिन अंबेडकर, संविधान और देश के संघीय ढांचे पर इनका सुनियोजित हमला चलता रहता है.राजेश यादव ने कहा कि'वन नेशन, वन इलेक्शन' भी इनकी तानाशाही और संविधान संघीय विरोधी मानसिकता को ही दर्शाती है. उन्होंने कहा कि अंबेडकर पर अपमानजनक टिप्पणी के लिए माफी या बर्खास्तगी नहीं हुई, तो यह आंदोलन जारी रहेगा.
ये भी थे मौजूद
गिरिडीह में निकाले गए प्रतिवाद मार्च में राजेंद्र मंडल, मनोज कुमार यादव, शंकर वर्मा, महेंद्र साव, शंभू तुरी, रीतलाल दास, किशोरी मंडल, रामलाल मंडल, चंदन वर्मा, सोनू दास, गोकुल दास, नारायण दास, राजू दास, दिनेश राम, दामोदर यादव, राजू शर्मा, शमशुद्दीन अंसारी, कांग्रेस रवानी, आफताब अंसारी, जमीर अंसारी, अविनाश कुमार, सुनील साव, रमेश रवानी, चंदन रवानी आदि मौजूद थे.
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