कुचामनसिटी: डीडवाना जिले के मकराना में लंबे समय से चले आ रहे खून की तस्करी के अवैध कारोबार का जोबनेर पुलिस ने पिछले दिनों खुलासा किया था. इस मामले में पुलिस ने मकराना ब्लड सेंटर के तीन कर्मचारियों को खून की तस्करी करते हुए गिरफ्तार किया. इस मामले को लेकर मकराना के लोगों ने थाने के सामने धरना-प्रदर्शन कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है. मकराना थाना अधिकारी सुरेश सोनी ने बताया कि इस मामले में लिप्त आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा.
भाजपा नेता प्रकाश भाकर ने कहा कि रक्त के अवैध कारोबार के खिलाफ आज मकराना की जनता ने हल्ला बोल दिया और मकराना पुलिस थाने के सामने धरना-प्रदर्शन किया. मामले की निष्पक्ष जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए राज्यपाल के नाम मकराना पुलिस उपाधीक्षक भवानी सिंह शेखावत को ज्ञापन सौंपा. इस दौरान जूसरी सरपंच प्रकाश भाकर, भाजपा नेत्री किरण शेखावत, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दिलीप सिंह चौहान, नाथूराम मेघवाल, कांग्रेसी नेता मोहम्मद अयूब गैसावत, जीशान गैसावत सहित बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक व जनप्रतिनिधि मौजूद थे.
वहीं पुलिस उपाधीक्षक भवानी सिंह शेखावत ने धरना देने वालों को भरोसा दिलाया कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी तथा उच्च अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को भी मामले से अवगत करवाया जाएगा. उधर धरने को ध्यान में रखते हुए पुलिस का अतिरिक्त जाप्ता भी तैनात किया गया था.
गौरतलब है कि जोबनेर पुलिस ने गत 26 जनवरी को ब्लड तस्करी को लेकर तीन लोगों को गिरफ्तार किया था. यह ब्लड 25 जनवरी को मकराना विधायक रुपाराम मुरावतिया के छोटे भाई प्रेम प्रकाश मुरावतिया की प्रथम पुण्यतिथि पर आयोजित रक्तदान शिविर में संग्रहित किया गया था. इसे अवैध रूप से मकराना से सवाईमाधोपुर ले जाया जा रहा था. इस मामले में जोबनेर पुलिस ने 255 यूनिट रक्त पकड़ा था. इस मामले में पुलिस ने मकराना ब्लड सेंटर के श्रवन सिंह, आमिन तथा जाबीर गैसावत को गिरफ्तार कर लिया. वहीं महावीर पारीक, प्रकाश प्रजापत, सुरेंद्र रांदड़, पांचूराम गिटाला पर भी ब्लड सेंटर में साझेदारी का आरोप है. इसके बाद गत दिवस मुख्य आरोपी महावीर पारीक को भी जोबनेर पुलिस ने हिरासत में ले लिया.