अलवर: कांग्रेस जिला अध्यक्ष योगेश मिश्रा के नाम का सड़क पर लगा साइन बोर्ड किसी ने हटा दिया और उसे तोड़कर सड़क पर पटक दिया. इस पर मिश्रा नाराज हो गए और इसे भाजपा की दुर्भावनावश की गई कार्रवाई बताया. वे कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गए. बाद में यूआईटी अधिकारी आए और उनकी समझाइश की.
मिश्रा ने धमकी दी कि चार साल बाद उनकी सरकार फिर से प्रदेश में सत्ता में आएगी. तब सब का हिसाब किया जाएगा. अभी सबके नाम लाल डायरी में नोट कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यदि यह बोर्ड अतिक्रमण में आ रहा था, तो पहले उन्हें सूचना देनी चाहिए थी, लेकिन उन्हें बिना सूचना दिए ही उनके बोर्ड को इस तरह से हटाकर सड़क पर फेंकना ठीक नहीं, यह कार्य दुर्भावना के चलते किया गया है.
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कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता गुरुवार को जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में शहीद दिवस का कार्यक्रम मना रहे थे. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने उन्हें सूचना दी कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनके जिलाध्यक्ष पद के साइन बोर्ड को जेसीबी से हटाकर सड़क पर तोड़कर पटक दिया है. यह सुनते ही कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं ने रोष व्यक्त किया.
दुर्भावनावश की गई कार्रवाई: मिश्रा ने बताया कि उनके बोर्ड के आसपास की भाजपा के पार्षद का बोर्ड, होटल, ढाबे के बोर्ड भी लगे हुए हैं, जिन्हें नहीं हटाया गया, लेकिन उनके बोर्ड को न सिर्फ हटाया गया, बल्कि तोड़कर सड़क पर पटक दिया. यह दुर्भावनापूर्वक की गई कार्रवाई है. इसके बाद कांग्रेस के कार्यकर्ता व जिला अध्यक्ष मौके पर ही धरने पर बैठ गए और उन्होंने मांग की कि जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचें और इस कार्य में जिन अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए. उन्होंने यह भी कहा कि नया बोर्ड यहां लगाया जाए. यदि यह मांगे नहीं मानी जाती, तो कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं का धरना प्रदर्शन जारी रहेगा.
यूआईटी अधिकारियों ने समझाया: कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने कहा कि यह बोर्ड जब वे बीसूका के उपाध्यक्ष पद पर थे, तब जिला प्रशासन की ओर से ही लगाया गया था. अब कांग्रेस का राज प्रदेश से जाते ही अतिक्रमण कहकर इसे इस तरह से हटाया गया. इस बीच मौके पर यूआईटी के अधिकारी व पुलिस जाप्ता पहुंचा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं व जिला अध्यक्ष को समझाने की कोशिश की. यूआईटी के अधिशासी अभियंता कुमार संभव अवस्थी ने बताया कि यूआईटी के उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गया है, जो भी आदेश मिलेगा, उसे अमल में लाया जाएगा.