ETV Bharat / state

अमित शाह के खिलाफ DU में प्रोटेस्ट, पुलिस ने AISA के 12 छात्रों को हिरासत में लिया - AMIT SHAH ON AMBEDKAR

दिल्ली विश्वविद्यालय में आयशा के छात्रों ने बुधवार को प्रदर्शन किया, छात्रों ने अमित शाह का पुतला जलाने की कोशिश की

Etv Bharat
अमित शाह के खिलाफ DU में प्रोटेस्ट (Etv Bharat)
author img

By ETV Bharat Delhi Team

Published : 2 hours ago

Updated : 24 minutes ago

नई दिल्ली: केन्द्रीय गृह मंत्री और बीजेपी नेता अमित शाह द्वारा संविधान निर्माता डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के बारे में की गई टिप्पणी ने पूरे देश में हलचल मचा दी है. शाह ने राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान कहा, "अभी एक फैशन हो गया है. अंबेडकर, अंबेडकर... इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता." इस बयान के बाद विभिन्न राजनीतिक दलों औरसामाजिक संगठनों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है, जिसे कई लोग डॉ. आंबेडकर का अपमान मान रहे हैं.

AISA के छात्रों ने किया प्रदर्शन

दिल्ली विश्वविद्यालय में आयशा के छात्रों ने इस टिप्पणी के खिलाफ बुधवार को प्रदर्शन किया. छात्रों ने अमित शाह का पुतला जलाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारी छात्रों को रोका. इस घटना के दौरान AISA डीयू के अध्यक्ष शांतनु और सचिव अंजली सहित 12 छात्रों को हिरासत में लिया गया. छात्रों का आरोप है कि पुलिस ने न केवल उन्हें प्रदर्शन करने से रोका, बल्कि बलपूर्वक हिरासत में भी लिया.

कांग्रेस के नेताओं ने मांगा इस्तीफा

इस घटनाक्रम के बाद, कांग्रेस ने अमित शाह के बयान को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और उनके इस्तीफे की मांग की है. कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि शाह की टिप्पणी डॉ. आंबेडकर की शान और उनके योगदान का अपमान है, जो सामाजिक न्याय और समानता के लिए लड़े.

अंबेडकर-आरक्षण बयान पर शाह की सफाई

राज्यसभा में अंबेडकर पर की गई अपनी टिप्पणी के संबंध में गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर स्पष्टीकरण दिया. उन्होंने कहा, "संसद में चर्चा तथ्यों और सच्चाई के आधार पर होनी चाहिए. भाजपा के सदस्यों ने ऐसा ही किया. जब यह स्पष्ट हुआ कि कांग्रेस अंबेडकर के विरोध में है, आरक्षण के खिलाफ है और संविधान का विरोध करती है, तो कांग्रेस ने अपनी पुरानी रणनीति अपनाते हुए बयानों को तोड़ने-मरोड़ने की शुरुआत कर दी."

शाह ने आगे कहा:

"खड़गेजी इस्तीफे की मांग कर रहे हैं, उन्हें यदि इससे आनंद मिल रहा है तो शायद मैं उन्हें इस्तीफा भी दे दूं, लेकिन इससे उनका काम नहीं बनने वाला है. उन्हें अभी 15 साल तक वहीं रहना है, जहां हैं; मेरे इस्तीफे से उनकी स्थिति नहीं बदलने वाली."

यह भी पढ़ें- संसद में अमित शाह ने ऐसा क्या बोला दिया जिसका बचाव करने खुद पीएम मोदी उतरे, जानें पूरा विवाद

यह भी पढ़ें- 'मैं सपने में भी आंबेडकर का अपमान नहीं कर सकता', प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोले अमित शाह

नई दिल्ली: केन्द्रीय गृह मंत्री और बीजेपी नेता अमित शाह द्वारा संविधान निर्माता डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के बारे में की गई टिप्पणी ने पूरे देश में हलचल मचा दी है. शाह ने राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान कहा, "अभी एक फैशन हो गया है. अंबेडकर, अंबेडकर... इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता." इस बयान के बाद विभिन्न राजनीतिक दलों औरसामाजिक संगठनों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है, जिसे कई लोग डॉ. आंबेडकर का अपमान मान रहे हैं.

AISA के छात्रों ने किया प्रदर्शन

दिल्ली विश्वविद्यालय में आयशा के छात्रों ने इस टिप्पणी के खिलाफ बुधवार को प्रदर्शन किया. छात्रों ने अमित शाह का पुतला जलाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारी छात्रों को रोका. इस घटना के दौरान AISA डीयू के अध्यक्ष शांतनु और सचिव अंजली सहित 12 छात्रों को हिरासत में लिया गया. छात्रों का आरोप है कि पुलिस ने न केवल उन्हें प्रदर्शन करने से रोका, बल्कि बलपूर्वक हिरासत में भी लिया.

कांग्रेस के नेताओं ने मांगा इस्तीफा

इस घटनाक्रम के बाद, कांग्रेस ने अमित शाह के बयान को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और उनके इस्तीफे की मांग की है. कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि शाह की टिप्पणी डॉ. आंबेडकर की शान और उनके योगदान का अपमान है, जो सामाजिक न्याय और समानता के लिए लड़े.

अंबेडकर-आरक्षण बयान पर शाह की सफाई

राज्यसभा में अंबेडकर पर की गई अपनी टिप्पणी के संबंध में गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर स्पष्टीकरण दिया. उन्होंने कहा, "संसद में चर्चा तथ्यों और सच्चाई के आधार पर होनी चाहिए. भाजपा के सदस्यों ने ऐसा ही किया. जब यह स्पष्ट हुआ कि कांग्रेस अंबेडकर के विरोध में है, आरक्षण के खिलाफ है और संविधान का विरोध करती है, तो कांग्रेस ने अपनी पुरानी रणनीति अपनाते हुए बयानों को तोड़ने-मरोड़ने की शुरुआत कर दी."

शाह ने आगे कहा:

"खड़गेजी इस्तीफे की मांग कर रहे हैं, उन्हें यदि इससे आनंद मिल रहा है तो शायद मैं उन्हें इस्तीफा भी दे दूं, लेकिन इससे उनका काम नहीं बनने वाला है. उन्हें अभी 15 साल तक वहीं रहना है, जहां हैं; मेरे इस्तीफे से उनकी स्थिति नहीं बदलने वाली."

यह भी पढ़ें- संसद में अमित शाह ने ऐसा क्या बोला दिया जिसका बचाव करने खुद पीएम मोदी उतरे, जानें पूरा विवाद

यह भी पढ़ें- 'मैं सपने में भी आंबेडकर का अपमान नहीं कर सकता', प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोले अमित शाह

Last Updated : 24 minutes ago
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.