धमतरी: शुक्रवार को धमतरी में स्वच्छता दीदियों ने कलेक्टोरेट का घेराव किया. गांधी मैदान से कलेक्टोरेट तक पैदल रैली निकाली. हालांकि पुलिस ने दीदियों को बेरिकेड लगाकर रोक दिया. धमतरी डिप्टी कलेक्टर ने स्वच्छता दीदियों से ज्ञापन लिया है.
स्वच्छता दीदियों की हड़ताल: 27 नवम्बर से जिले की करीब 300 स्वच्छता दीदी हड़ताल पर हैं. शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों ने गांधी मैदान से पैदल रैली निकाली और कलेक्ट्रेट पहुंचकर घेराव किया. हड़तालसे शहर की साफ सफाई की स्थिति चरमरा सकती है. स्व्च्छता दीदियों पर शहर की साफ सफाई की बड़ी जिम्मेदारी होती है. ऐसे में उनके घेराव से लोगों की परेशानी बढ़ सकती है.
मानदेय राशि पर जताई चिंता: प्रदर्शनकारियों ने बताया कि स्वच्छता दीदी महिला/पुरूष महासंघ 2017 से डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का काम कर रहे हैं. कोरोना काल में भी स्वच्छता कर्मचारी खुद और परिवार की परवाह किये बगैर कचरा कलेक्ट करते रहे, लेकिन मानदेय राशि 7200 रुपये ही मिल रही है. इस मानदेय राशि में परिवार का भरण पोषण कर पाना मुश्किल है.
कोरोना काल में बहुत काम किया. अब काम और बढ़ा दिए हैं. गीला कचरा अलग और सूखा कचरा अलग. सब्जी भाजी का दाम भी बढ गया है. मानदेय 7200 रुपए है. बच्चों की फीस भी बढ़ गई है. गुजारा करना मुश्किल है-नजमुनिशा खान, उपाध्यक्ष, स्वच्छता दीदी
स्वच्छता दीदियों की तीन प्रमुख मांगें: स्वच्छता दीदी संघ की जिलाध्यक्ष जीतेश्वरी साहू ने कहा कि कलेक्टर दर में राशि मिलना चाहिए. पीएफ की राशि कटना चाहिए और साप्ताहिक अवकाश मिलना चाहिए. धमतरी की स्वच्छता दीदियों ने प्रशासन से सभी मांगों को पूरा करने की मांग की है. जिसमें तीन मांगें सबसे अहम है. स्वच्छता दीदियों ने मांगें पूरी नहीं होने पर हड़ताल की चेतावनी दी है.
हमारी एक भी मांग पूरी नहीं हुई है, इसलिए हड़ताल करना पड़ा. हमारी मांगें पूरी नहीं हुई तो आगे भी आंदोलन करेंगे-जीतेश्वरी साहू, जिलाध्यक्ष, स्वच्छता दीदी
डिप्टी कलेक्टर प्रीति दुर्गम ने कहा कि स्वच्छता दीदियों ने पीएम, सीएम और डिप्टी सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा है. उनकी तीन प्रमुख मांगें हैं. स्वच्छता दीदियों की मांग शासन स्तर की है इसलिए आवेदन को आगे भेजा जाएगा.