रायपुर: भूपेश बघेल की सरकार के वक्त रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान के पास चौपाटी का निर्माण किया गया. दुकानदारों ने चौपाटी में दुकान लगाकर अपना कारोबार शुरु किया. बीजेपी की सरकार आते ही अब कहा जा रहा है कि चौपाटी को यहां से दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा. चौपाटी शिफ्ट किए जाने की खबर से युवा और कारोबारी दोनों नाराज हैं. कांग्रेस ने तो चौपाटी को बचाने के लिए आंदोलन की भी तैयारी कर ली है.
चौपाटी शिफ्ट करने का विरोध: पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के दौरान साइंस कॉलेज मैदान के पास स्मार्ट सिटी योजना के तहत इस चौपाटी का निर्माण किया गया. उस दौरान तत्कालीन पूर्व विधायक और मंत्री रहे राजेश मूणत ने चौपाटी पर आपत्ति जताई थी. राजेश मूणत चौपाटी बनाए जाने का लगातार विरोध करते रहे हैं. यहां तक की चौपाटी का काम रुकवाने के लिए राजेश मूणत ने धरना भी दिया. उनका कहना था कि चौपाटी से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी.
बीजेपी के विरोध के बावजूद बनी चौपाटी: बीजेपी और राजेश मूणत के विरोध के बावजूद तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने इस चौपाटी का निर्माण कराया. चौपाटी बनने के बाद से लोगों का यहां आना जाना बढ़ गया. वीकएंड पर तो यहां काफी भीड़ होने लगी. परिवार के साथ यहां आकर लोग वक्त बिताने लगे. युवाओं और काम काजी लोगों का ये खास रीफ्रेशमेंट प्वाइंट बन गया.सरकार बदलते ही सियासत शुरु: सत्ता परिवर्तन होते ही चौपाटी को यहां से हटाने और दूसरी जगह शिफ्ट करने की चर्चा शुरु हो गई है. कांग्रेस के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने तो बीजेपी को चुनौती देते हुए आंदोलन की बात कही है. ईवीटी भारत से बातचीत के दौरान युवाओं और यहां के दुकानदारों ने भी चौपाटी को शिफ्ट किए जाने का विरोध किया है.
क्या कहते हैं यूथ और दुकानदार: यहां आने यूथ का कहना है कि यहां पर उनको बेहतर माहौल मिलता है. कम पैसे में अच्छा खाना और नाश्ता मिल जाता है. सुरक्षा के लिहाज से भी यहां भीड़ भाड़ होती है तो गुंडागर्दी नहीं होती. परिवार के साथ आने वाले लोगों को भी यहां दिक्कत नहीं होती. शाम के वक्त अच्छी खासी संख्या में परिवार वाले यहां घूमने आते हैं. दुकानदारों का भी कहना है कि यहां पर गुंडागर्दी नहीं होती है. बीड़ी सिगरेट तक नहीं पी जाती है. परिवार के लोग आकर यहां एनज्वॉय करते हैं.
व्यापारियों के लिए मुसीबत: चौपाटी में दुकान लगाने वाले दुकानदारों का कहना है कि यहां पर लाखों रुपए का इनवेस्टमेंट कर रखा है. यहां पर अब उनकी दुकानदारी जम चुकी है. अब जब उनको यहां से शिफ्ट किए जाने की खबर है तो वो परेशान हैं. जिस जगह पर उनको शिफ्ट किए जाने की बात कही जा रही है वहां पर गंदगी का अंबार है. नए सिरे से व्यापार खड़ा करना अब मुश्किल है. दुकानदारों का कहना है कि यहां पर लड़कियां भी आती हैं लेकिन कभी भी कोई घटना नहीं घटित हुई.
कांग्रेस ने दी आंदोलन की चेतावनी: रायपुर शहर से राजनीति शुरु करने वाले पूर्व कांग्रेस विधायक विकास उपाध्याय ने बीजेपी को जमकर कोसा. विकास उपाध्याय ने कहा कि चौपाटी नाम भाजपा के नेताओं के द्वारा फैलाया गया है. यह जगह यूथ हब का एक हिस्सा है. 21 करोड़ की लागत से यूथ हब की प्लानिंग थी. उसके इंप्लीमेंट के लिए इसे स्मार्ट सिटी से पास किया गया था. आरडी तिवारी स्कूल से लेकर यूनिवर्सिटी के गेट तक स्मार्ट रोड बनाना था. वाई-फाई जोन बनाना था.
पढ़ाई के साथ साथ खाने पीने की भी व्यवस्था इसमें शामिल थी. उसी का हिस्सा यह चौपाटी है. पढ़ाई लिखाई के लिए यहां पर नालंदा के पीछे जगह बनाया गया है वहां वाई फाई जोन भी है. उसी के तहत यहां पर खाने-पीने की व्यवस्था की गई. अब राजेश मूणत अपनी जिद में इसे यहां से हटाना चाहते हैं. :विकास उपाध्याय, कांग्रेस नेता
तो छिन जाएगा कई लोगों का रोजगार: विकास उपाध्याय ने कहा कि यह 68 वेंडरों को दुकानें दी गई. उन दुकानों में कई कर्मचारी काम कर रहे हैं. दुकानों से उनका परिवार जुड़ा हुआ है. यहां पर 80% स्टूडेंट आते हैं. सस्ते में लोगों को खाना मिलता है. पहले यहां गुंडे मवालियों का डेरा लगता था. चौपाटी बनने के बाद से ये इलाका ठीक हो गया है. बीजेपी जिद की वजह से इसे यहां से हटाना चाहती है. हम इसका विरोध करेंगे.
कांग्रेस की दलील: विकास उपाध्याय ने कहा कि आज डिग्री गर्ल्स कॉलेज और दानी स्कूल के पास चौपाटी बनाई गई है, वह जायज है और यहां विरोध कर रहे हैं कि इससे पढ़ाई डिस्टर्ब होगी. साइंस कॉलेज का पीछे मैदान है जिसमें 12 महीने में 11 महीने कार्यक्रम होते हैं. भीड़ इकट्ठी होती है, राजनीतिक कार्यक्रम होते हैं तब पढ़ाई में डिस्टरबेंस नहीं होता है.