पौड़ी गढ़वाल: उत्तराखंड में बदहाल स्वास्थ्य सिस्मट की पोल समय-समय पर खुलती रहती है. बावजूद इसके न तो स्वास्थ्य विभाग और न ही सरकार इस दिशा में कोई खास कदम उठाती हुई दिखती है. रविवार को भी बस हादसे के बाद पौड़ी गढ़वाल के जिला हॉस्पिटल में घायलों को सही से उपचार नहीं मिल पाया था, जिसके बाद वहां स्थानीय लोगों ने पौड़ी से बीजेपी विधायक राजकुमार पोरी और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया.
पौड़ी में रविवार को हुई बस दुर्घटना में घायलों को समय से सही उपचार न मिलने और लचर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के विरोध में स्थानीय लोगों ने रात में ही स्थानीय विधायक और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी.
लोगों का आरोप है कि पौड़ी और श्रीनगर में केवल 30 किलोमीटर का अंतर है, लेकिन पौड़ी से मुकाबले श्रीनगर में स्वास्थ्य सुविधाएं ज्यादा बेहतर है. पौड़ी शहर के लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत श्रीनगर गढ़वाल के स्थानीय विधायक है. इसीलिए श्रीनगर गढ़वाल में स्वास्थ्य सुविधाएं ज्यादा बेहतर है. पौड़ी न सिर्फ जिले का मुख्यालय है, बल्कि गढ़वाल मंडल का मुख्यालय भी है. बाजवूद इसके यहां स्वास्थ्य सुविधाएं भगवान भरोसे है.
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पौड़ी जिला हॉस्पिटल में डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की भी भारी कमी है. बस हादसे के बाद स्थानीय लोगों की मदद से ही घायलों को एंबुलेंस तक पहुंचाया गया था. बता दें कि पौड़ी बस हादसे के बाद जिस तरह के हालत यहां के जिला हॉस्पिटल में देखने को मिले है, उसी तरह के हालत अल्मोड़ा बस हादसे के बाद रामनगर के हॉस्पिटल में देखने को मिले थे. तब भी सरकार को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा था.
पढ़ें---
- सड़क हादसे के घायलों का टॉर्च की रोशनी में डॉक्टरों ने किया इलाज, लोगों में आक्रोश
- उत्तराखंड के पौड़ी में बड़ा हादसा, 28 सवारियों से भरी बस खाई में गिरी, 6 लोगों की मौत, 21 घायल