नई दिल्ली/नोएडा : उत्तर प्रदेश पुलिस में कांस्टेबल के पद पर 2011 में भर्ती हुई प्रियंका अरोड़ा वर्तमान में नोएडा में तैनात है. उन्होंने पद पर रहते हुए अपने ज़ज्बे का इस तरह प्रदर्शन किया, जो काबिल-ए-तारीफ है. आज उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरी दुनिया में प्रियंका ने विभाग और देश का नाम रोशन कर दिया है. प्रियंका अरोड़ा गौतमबुद्ध नगर जनपद में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात है और कोलंबिया में होने वाले लैटिन अमेरिकी पुलिस फायर गेम्स टीटी प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और गोल्ड मेडल जीतकर विभाग का मान बढ़ाया. ईटीवी भारत से खास बातचीत में प्रियंका ने बताया कि कड़ी मेहनत और लगन के चलते इस मुकाम पर पहुंची हूं. मैं इसका पूरा श्रेय मां और पति को दूंगी. विभाग के अधिकारियों ने भी मेरा हौंसला बढ़ाया.
नोएडा पुलिस में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात प्रियंका ने कोलंबिया में हुए सात दिवसीय एथलीट में भाग लिया. इस आयोजन में भारत ही नहीं दुनिया के 16 देश के खिलाड़ियों ने लैटिन अमेरिकी पुलिस फायर गेम्स में भाग लिया. इसमें 16 देश से करीब 2500 एथलीट ने भाग लिया, जिसमें भारत से प्रियंका ने भी भाग लिया. उन्होंने बताया कि छह लोगों ने इस आयोजन में हिस्सा लिया. इन 6 लोगों में उत्तर प्रदेश से प्रियंका एक अकेली महिला रही.
कुछ कर दिखाने के जज्बे ने दिलाई सफलता: प्रियंका का कहना है कि खेल में विशेष लगाव और आगे बढ़ने और कुछ कर दिखाने के जज्बे ने उन्हें सफलता दिलाई. साथ ही पुलिस विभाग का पूरी दुनिया में नाम हो यह भी एक मेरा उद्देश्य हमेशा रहता है. खास तौर से उत्तर प्रदेश पुलिस का. उन्होंने बताया कि कोलंबिया में हुए लैटिन अमेरिकी पुलिस फायर गेम्स में मेरे द्वारा सिंगल टेबल टेनिस में गोल्ड मेडल जीत गया, इसके साथ ही मिक्स डबल्स में ब्रोंज और 100 मीटर रेस में ब्रोंज मेडल मिला है. उन्होंने बताया कि इन दो गमों में गोल्ड नहीं मिला इसका भी मुझे काफी अफसोस है, पर आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स गेम अमेरिका में होगा, जिसमें सभी खेलों में गोल्ड लाने की मैं पूरी कोशिश करूंगी और जीत के उद्देश्य के साथ खेलूंगी.
प्रियंका ने बताया कि आगामी जून में अमेरिका में अंतरराष्ट्रीय लैटिन अमेरिकी पुलिस फायर गेम आयोजित होगा, जिसमें मैं जरूर भाग लूंगी. उन्होंने बताया कि फिलहाल मेरे द्वारा कोलंबिया में 17 से 23 नवंबर तक चलने वाले गेम में भाग लिया गया था. उन्होंने बताया कि कोलंबिया जाना आना और गेम में भाग लेना यह सभी खर्च मैंने खुद उठाया गया है.
कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने प्रियंका का बढ़ाया हौसला : प्रियंका अरोड़ा ने यह भी बताया कि गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरी की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने उनका काफी हौंसला बढ़ाया. उनके हौंसला बढ़ाने के चलते ही मैं विभाग की तरफ से खेलने जा पा रही हूं . उन्होंने यह भी बताया कि इससे पूर्व मेक्सिको में हुए एथलेटिक्स गेम में मैंने भाग लिया और कई गोल्ड मेडल जीता. प्रियंका ने बताया कि घर पर 10 साल से कम उम्र के दो बच्चे हैं, जिनकी जिम्मेदारी निभाने के साथ ही मेरे मन में हमेशा विभाग का नाम रोशन करने के लिए कुछ करने का सोचती रहती हूं.
ये भी पढ़ें :