जयपुर: कांग्रेस नहीं चाहती थी कि गरीब मां-बाप के बच्चे अच्छी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करें, इसलिए जिन विवेकानंद मॉडल स्कूलों के भवन बनकर तैयार थे. उनमें न तो छात्रों के एडमिशन कराए गए और न शिक्षकों को लगाया गया. ये कहना है प्रदेश के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का. सोमवार को प्रदेश के 134 स्वामी विवेकानन्द राजकीय मॉडल विद्यालय में प्राइमरी कक्षाओं का शुभारम्भ करते हुए उन्होंने पूर्ववर्ती गहलोत सरकार पर ये आरोप लगाया.
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने सोमवार को शिक्षा संकुल में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए प्रदेश के 134 स्वामी विवेकानन्द राजकीय मॉडल विद्यालय में प्राइमरी कक्षाओं का शुभारंभ किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि इन विद्यालयों के भवन बनकर के तैयार थे, लेकिन पांच वर्षों में पूर्ववर्ती सरकार ने इन्हें प्रारंभ नहीं किया. ये भवन धूल खा रहे थे. उन्होंने मंत्री बनते ही इनकी सुध लेते हुए व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए और अब बच्चों के प्रवेश करवा कर सोमवार को विधिवत रूप से इन स्कूलों को शुरू किया गया है. इन भवनों में आज से ही बच्चों को पढ़ाने के निर्देश भी दिए गए हैं, ताकि उनकी पढ़ाई में किसी तरह का व्यवधान न हो.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि ये भारत सरकार का ऐतिहासिक कदम था. आदिवासी क्षेत्र और पिछड़े क्षेत्र में गरीब बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए स्वामी विवेकानंद मॉडल विद्यालय शुरू किए थे, जो बच्चे 5 साल से इन भवनों को देख रहे थे, लेकिन प्रवेश नहीं ले पा रहे थे. आज उन बच्चों का सपना पूरा हो गया. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पता नहीं क्यों कांग्रेस नहीं चाहती थी कि गरीब मां-बाप के बच्चे अच्छी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करें, इसलिए उन पर रोक लगाई गई. उसमें बच्चों का एडमिशन नहीं किया गया, अध्यापक नहीं लगाए गए और आरोप लगाते हैं कि वर्तमान सरकार के शिक्षा मंत्री बच्चों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, जबकि खिलवाड़ कांग्रेस ने किया है. इसकी वे निंदा करते हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि इन स्कूलों में किसी चीज की कमी नहीं है. फर्नीचर भी तैयार है, जो काम छूट गए हैं, उनके लिए कुछ धनराशि उपलब्ध कराई गई है.
आईआईटी में जा रहे बच्चे: उन्होंने नव प्रवेशित छात्रों, अभिभावकों और विद्यालयों के अध्यापकों से संवाद भी किया. साथ ही बताया कि प्रदेश में संचालित 134 स्वामी विवेकानन्द राजकीय मॉडल विद्यालयों के कक्षा 6 से 12वीं तक के विद्यार्थियों ने अध्ययन सहित अन्य गतिविधियों में नए आयाम स्थापित किए हैं. बीते वर्षों में मॉडल विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों में से 56 विद्यार्थियों का चयन आईआईटी में हुआ है. 52 छात्रों का चयन एनआईटी में हुआ है. 119 छात्रों ने नीट परीक्षा उत्तीर्ण की है. 10 छात्रों का क्लेट में चयन हुआ है. इसी तरह 6 छात्र एनडीए परीक्षा के माध्यम से चयनित होकर भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना में उच्च पदों पर सेवाएं दे रहे हैं.
खेलों में भी जा रहे बच्चे: लगभग 400 छात्रों ने राष्ट्रीय स्काउट जम्बूरी में भाग लिया, लगभग 600 छात्रों ने एनएमएमएस परीक्षा उत्तीर्ण कर उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृति प्राप्त की. लगभग 20 छात्रों का चयन राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न खेल स्पर्धाओं में हुआ है. इनमें एक छात्र ने टेबल टेनिस में अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व किया है. 3 विद्यार्थियों ने बीते सत्र में एनसीसी के माध्यम से गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लिया है. दो छात्रों ने राष्ट्रीय मैथ्स ओलम्पियाड में सफलता हासिल की है. एक छात्रा ने राष्ट्रीय योग ओलम्पियाड प्रतियोगिता में सफलता हासिल की है.