पलामू: झारखंड में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है और इसकी प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. पहले चरण का मतदान 13 नवंबर को है. दिवाली और छठ में प्रवासी कामगारों के लौटने से उम्मीद है कि इस बार बंपर वोटिंग होगी. विधानसभा चुनाव में प्रवासी कामगारों के मतदान को लेकर पलामू जिला प्रशासन भी काफी गंभीर है. प्रवासी कामगारों के लिए विशेष योजना तैयार की गई है.
पलामू के सभी रेलवे स्टेशनों और बस स्टैंडों पर काउंसलिंग सेंटर बनाए जा रहे हैं, ताकि प्रवासी कामगारों को प्रेरित किया जा सके. कोविड के दौरान पलामू में 53 हजार प्रवासी कामगारों की पहचान की गई थी, जो बाहर से अपने घर लौटे थे.
युवा मतदाताओं को भेजे जाएंगे पोस्टकार्ड
मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन विभाग मतदाताओं को जागरूक कर रहा है. पूरे पलामू में 18 से 19 वर्ष के बीच के 83357 मतदाता हैं. जो इस बार विधानसभा चुनाव में मतदान करेंगे. इस बार जिला प्रशासन युवा मतदाताओं को पोस्टकार्ड के माध्यम से पत्र भेजकर मतदान करने की अपील करने जा रहा है.
"स्वीप कार्यक्रम के तहत कई योजनाएं तैयार की गई हैं, ताकि मतदान प्रतिशत बढ़ाया जा सके. प्रवासी मजदूरों और युवा मतदाताओं के लिए विशेष पहल की जा रही है. प्रवासियों के लिए काउंसलिंग सेंटर बनाए जा रहे हैं, वहीं युवा मतदाताओं को पोस्टकार्ड के माध्यम से पत्र भेजे जाएंगे. उम्मीद है कि बंपर वोटिंग होगी और मतदान प्रतिशत बढ़ेगा" - जावेद हुसैन, नगर आयुक्त सह स्वीप सेल प्रभारी
कम मतदान वाले केंद्रों पर विशेष अभियान
लोकसभा चुनाव के दौरान जिन मतदान केंद्रों पर 50 प्रतिशत से कम मतदान हुआ था, वहां के लिए जिला प्रशासन ने विशेष योजना तैयार की है. स्वीप कार्यक्रम के तहत अभियान शुरू किया गया है और मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है. इस अभियान में आंगनबाड़ी सेविकाओं समेत कई कर्मियों को लगाया गया है. लोकसभा चुनाव के दौरान पलामू में 146 ऐसे मतदान केंद्र थे, जहां 50 प्रतिशत से कम मतदान हुआ था.
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