कुल्लू: जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर मैदान में 13 अक्टूबर से अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव का आयोजन किया जाएगा. वहीं, देव समाज भी इसकी तैयारी में जुट गया है, लेकिन आए दिन सोशल मीडिया पर हिंदू संगठनों की ओर से धरना प्रदर्शन को लेकर जो अपील की जा रही है उससे देव समाज भी परेशानी में आ गया है.
देव समाज ने विभिन्न संगठनों से भी आग्रह किया है कि वह अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव के दौरान कोई भी धरना प्रदर्शन ना करें और शांतिपूर्वक तरीके से दशहरा उत्सव को संपन्न होने में अपना सहयोग दे. इसी मुद्दे को लेकर जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर में जिला कुल्लू देवी देवता कारदार संघ की बैठक भी आयोजित की गई. देवी-देवता कारदार संघ के जिला अध्यक्ष दोत राम ठाकुर ने बताया कि, 'इन दिनों देव समाज दशहरा उत्सव को लेकर तैयारियों में जुटा है, लेकिन जिस तरह से आए दिन प्रदर्शन को लेकर सोशल मीडिया में बातें की जा रही हैं, उससे देव समाज भी परेशान हो रहा है. ऐसे में सभी संगठनों से आग्रह है कि वो इस तरह के प्रदर्शन की बातें सोशल मीडिया पर ना फैलाएं, क्योंकि साल में एक बार ढालपुर में इस दशहरे उत्सव का आयोजन किया जाता है और सरकार के साथ साथ प्रशासन भी इसमें अपनी भूमिका निभाता है. ऐसे में सभी संगठन अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव के दौरान शांतिपूर्ण तरीके से देव नीति का पालन करें और आपसी भाईचारे को भी बनाए रखें.'
बता दें कि 13 से 19 अक्टूबर तक मनाए जाने वाले देवी-देवताओं के महाकुंभ अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव के लिए जिले के 332 देवी-देवताओं को निमंत्रण पत्र भेजे गए हैं. इसमें कई देवी देवता निमंत्रण मिलने के बाद भी दशहरा उत्सव में भाग लेने के लिए नहीं आते हैं. जिला भर के देवी-देवताओं के कारदारों को निमंत्रण प्राप्त होने पर दशहरा उत्सव की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं. उत्सव में जहां अराध्य देवता शमशरी महादेव, देवता खुडीजल, व्यास ऋषि, टकरासी नाग, कोट पुझारी, देवता चोतरू नाग, सप्तऋषि और देवता चंभु आदि देवी देवता भाग लेंगे. जिला कुल्लू के आउटर सराज आनी-निरमंड के एक दर्जन देवी देवता भी दशहरा उत्सव की शोभा बढ़ाएंगे.
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