देहरादून: उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों के लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई हेली एंबुलेंस सेवा का लाभ मिलने लगा है. रविवार को आपातकालीन परिस्थितियों में एक गर्भवती महिला को उत्तरकाशी से हेली एम्बुलेंस सेवा द्वारा एम्स, ऋषिकेश लाया गया.
गर्भवती महिला को किया एयर लिफ्ट: 29 अक्टूबर 2024 को पीएम मोदी द्वारा एम्स ऋषिकेश में हेली एंबुलेंस सेवा का शुभारंभ करने के बाद ये पहला मौका है जब किसी गर्भवती महिला को इस सेवा का लाभ मिला है. उत्तरकाशी से एम्स ऋषिकेश की दूरी 160 किलोमीटर से ज्यादा है. ऐसे में गर्भवती महिला को सड़क मार्ग से लाना जोखिम भरा हो सकता था. जोखिम के साथ ही एम्स ऋषिकेश तक आने में 8 से 9 घंटे भी लगते.
#WATCH | Uttarakhand: On Sunday, a pregnant woman was brought to AIIMS, Rishikesh by heli ambulance service from Uttarkashi in emergency circumstances.
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 1, 2024
(Source: Uttarakhand CMO) pic.twitter.com/n0kSOxK7Y3
एयर एंबुलेंस से लाया गया एम्स ऋषिकेश: ऐसे में प्रशासन ने एम्स ऋषिकेश से गर्भवती महिला को हेली एंबुलेंस सेवा के माध्यम से सीमांत उत्तरकाशी जिले से एम्स ऋषिकेश लाने का आग्रह किया गया. इसके बाद एम्स ऋषिकेश की हेली एंबुलेंस सेवा के माध्यम से गर्भवती महिला को एयर एंबुलेंस के माध्यम से एम्स ऋषिकेश लाकर भर्ती किया गया. इस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई हेली एंबुलेंस सेवा का लाभ पहाड़ के जरूरतमंदों को मिलने लगा है.
पीएम मोदी ने किया था हेली एंलुबेंस सेवा का शुभारंभ: दरअसल पीएम मोदी ने मंगलवार 29 अक्टूबर 2024 को वर्जुअली एम्स ऋषिकेश में हेली एंबुलेंस सेवा का शुभारंभ किया था. ये एंबुलेंस सेवा, संजीवनी योजना के अंतर्गत शुरू की गई है. इस हेली एंबुलेंस सेवा का लाभ उत्तराखंड के सभी 13 जिलों को मिलेगा. खासकर उत्तराखंड के 11 पहाड़ी जिलों के लिए हेली एंबुलेंस सेवा वरदान साबित होने जा रही है. इस हेली एंबुलेंस से राज्य में आपदा और दुर्घटना के दौरान तत्काल मेडिकल सुविधा मिलेगी. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि संजीवनी योजना के तहत शुरू हुई ये हेली एंबुलेंस सेवा पूरी फ्री है. एम्स ऋषिकेश हेली एंबुलेंस सेवा शुरू करने वाला देश का पहला संस्थान है.
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